मुकेश विश्वकर्मा/भोपाल। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान एक तरफ युवाओं को रोजगार देने स्वर्णिम अवसर मुहैया कराने के लिए देश ही नहीं विदेश के दौरे कर कंपनी को न्यौता दे रहे हैं। वहीं विभागीय अफसर उनकी इस मंशा पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मप्र रोजगार कार्यालय में पंजीबद्ध बेरोजगारों की स्थिति के आंकड़े बताते है कि मप्र में बेरोजगार युवाओं की संख्या 40 लाख से अधिक है। जिसमें चार महानगरों को देखें तो 32 लाख बेरोजगार युवा आज भी रोजगार के लिए दर-दर भटकने को बेबस हैं।
पिछले तीन साल से सरकारी डायरी में 2013-14, 2014-15 और 2015-16 के अनुसार प्रति हजार पंजीकृत व्यक्तियों पर नौकरी दिलाए गए व्यक्तियों की संख्या 2007 में 25 प्रतिशत और 2012 में 13 प्रतिशत बताई जा रही है। सरकारी आंकडे बता रहे हैं कि 2012 के बाद प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में 18.25 प्रतिशत तक बढ़ गई है। यानी प्रदेश में 40 लाख से ज्यादा बेरोजगार घूम रहे हैं। वहीं जिलों के रोजगार कार्यालय औसतन 100 से ऊपर रोजगार मेले का आयोजन करते हैं, लेकिन इसके बाद भी युवा बेरोजगार हैं।