
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस का कार्य नौकरी नहीं, एक धर्म है। जब लोग उत्सव मनाते हैं, पुलिस सड़कों पर घूमकर शांति व्यवस्था बनाए रखती है तथा बेहतर कानून व्यवस्था से नागरिकों की जिन्दगी में खुशियां बिखेरती हैं। लिहाजा पुलिस की जिंदगी को खुशियों से भरना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में पुलिसकर्मियों को भी रोटेशन से सप्ताह में एक दिन परिवार के साथ समय बिताने को मिले, इस दिशा में प्रयास का यही समय है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को इसकी योजना बनाने तथा विषम परिस्थितियों में काम करने वाले पुलिस बल को तनावमुक्त करने ध्यान और योग के कार्यक्रम भी कराने को कहा।
इस मौके पर गृह मंत्री बाबूलाल गौर भी मौजूद थे। डीजीपी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नवनिर्मित आवासों पर तीस करोड़ रुपए से अधिक खर्च हुआ है। कार्यक्रम में अध्यक्ष पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन ऋषि कुमार शुक्ला, महानिदेशक होमगार्ड मैथलीशरण गुप्त, महानिदेशक जेल वीके सिंह, विशेष महानिदेशक रीना मित्रा भी मौजूद थे।