
श्री यादव द्वारा बताया गया की संविदा कर्मचारी प्रदेश में 5 से 20 सालो से काम कर रहे है फिर भी उनका भविष्य सेफ नहीं है यदि संविदा कर्मचारी के मृत्यु हो जाती है तो उनके आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति का प्राबधान नहीं, वल्कि संविदा कर्मचारी की मृत्यु का मजाक बनाकर 6 माह के वेतन के समतुल्य राशि देने का प्राबधान है जो की बहुत कम है इसके अतिरिक्त संविदा कर्मचारी को अवकाश के लिए भी अधिकारियो से गुहार लगानी पड़ती है, Appraisal भी अधिकारियो की दया पर ही होता है अर्थात संविदा कर्मचारी की नौकरी अधिकारियो के मूड पर निर्भर हो गई है उनके काम पर नहीं , इसलिए मध्य प्रदेश के 40000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 29 जनवरी को NHM ऑफिस का खेराव करेंगे