
उमा भारती अपने रिश्तेदार प्रीतम लोधी का पुलिस द्वारा जुलूस निकाले जाने के मामले में सीधे तौर पर श्री तोमर को षड्यंत्रकारी मानती हैं। हाल ही में हुए भाजपा संगठन चुनाव में ग्रामीण जिलाध्यक्ष को लेकर हुए विवाद में मिश्रा भी नरेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। क्योंकि तोमर ने उनके विरोधी को ग्रामीण में जिलाध्यक्ष बनवा दिया है। इनके अलावा पार्टी के कई नेता पहले से ही तोमर के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।
उमाभारती
पुलिस ने बीते वर्ष भाजपा नेता व सुश्री भारती के नजदीकी रिश्तेदार प्रीतम लोधी को गैंगस्टर हरेंद्र राणा को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार कर उसका शहर में जुलूस निकाला था। हाल ही में 20 दिसंबर को ग्वालियर में एक कार्यक्रम के दौरान उमा ने सार्वजनिक मंच से हजारों लोगों के सामने प्रीतम से ये कहते हुए हाथ जोड़कर माफी मांगी कि मैं तुम्हारी मदद नहीं कर सकी और जिन्होंने ऐसा किया, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। इससे पहले प्रीतम की पत्नी व परिजनों ने इस कार्रवाई के लिए सीधे तौर पर नरेंद्र सिंह तोमर को जिम्मेदार बताया था।
नरोत्तम मिश्रा
दिसंबर में भाजपा के संगठन चुनाव हुए। जिसमें चुनाव प्रक्रिया को ठेंगे पर रखते हुए नरेंद्र सिंह तोमर की पसंद से ग्वालियर शहर व ग्रामीण में अध्यक्ष मनोनीत कर दिए गए। इनमें से शहर अध्यक्ष के मनोनयन पर स्थानीय नेता चुप्पी साध गए, लेकिन ग्रामीण के कार्यकर्ताओं ने इस मनोनयन का विरोध करते हुए चुनाव के लिए आवेदन दिए। ये लोग ग्रामीण की राजनीति में खासा दखल रखने वाले प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी हैं और श्री तोमर ने जिसे जिलाध्यक्ष बनवाया, वह श्री मिश्रा के विरोध में ही काम करते हैं। इसको लेकर इन दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया है।
जयभान सिंह पवैया
दीपावली के मौके पर विधायक जयभान सिंह पवैया के यहां आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और वरिष्ठ नेता ध्यानेंद्र सिंह, बालेंदु शुक्ल समेत अनेक नेता एकत्र हुए। इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी शामिल होने वाली थी, लेकिन दिल्ली के एक कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण वे नहीं आई। कार्यक्रम के माध्यम से संगठन को एक मैसेज देने की कोशिश की गई कि नरेंद्र सिंह तोमर के एकछत्र राज का विरोध अंदरूनी तौर पर हो रहा है।
माया सिंह
प्रदेश सरकार में केबिनेट मंत्री माया सिंह व उनके पति ध्यानेंद्र सिंह का भी नरेंद्र सिंह तोमर से 36 का आंकड़ा चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव लड़ने से लेकर मंत्रिमंडल तक में जगह मिलने के हर मामले में तोमर की गलत भूमिका को लेकर श्रीमती सिंह नाराज रहती हैं। इसके अलावा श्रीमती सिंह के बेटे की सीमेंट डीलरशिप को लेकर भी विवाद हुआ। क्योंकि माया सिंह के बेटे ने जब सीमेंट डीलर का कारोबार शुरू किया तो उसमें श्री तोमर के बेहद करीबी कारोबारी का बड़ा नुकसान हुआ था।
प्रभात झा
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने तो बाकायदा संगठन को पत्र लिखकर मप्र में अपनी उपेक्षा पर नाराजगी दर्ज कराई। सूत्रों के अनुसार श्री झा ने पार्टी नेतृत्व तक ये मैसेज कई बार पहुंचा दिया कि प्रदेशाध्यक्ष पद से हटने के बाद उन्हें प्रदेश में तवज्जो नहीं दी जाती। उन्होंने तोमर पर निशाना साधते हुए कहा था कि ऐसा ग्वालियर के रहने वाले कद्दावर नेता के इशारे पर किया जाता है।