कालसर्प दोष से ग्रसित रहेंगे 2016 में जन्में बच्चे

भोपाल। नववर्ष 2016 की शुुरुआत कन्या लग्न से होगी। लग्न में राहु और चंद्रमा का ग्रहण योग, तुला राशि पर मंगल, वृश्चिक राशि पर शुक्र और शनि, धनु राशि पर सूर्य, मकर पर बुध, मीन पर केतु, सिंह राशि पर गुरु स्थित रहेंगे। 31 दिसंबर की रात 12 बजे उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में मंगलवर्ष की शुरुआत होगी।

ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक पं. विनोद गौतम ने बताया कि मंदगामी तीन ग्रहों में से इस बार राहु और गुरु राशि परिवर्तन करेंगे, जबकि शनि पूरे वर्ष भर वृश्चिक राशि पर यथावत रहेंगे। इससे मेष और सिंह राशि पर ढैय्या का प्रभाव और तुला, वृश्चिक, धनु राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव बना रहेगा।

कालसर्प योग की छाया
इस बार जनवरी से ही उदय कालसर्प का प्रभाव शुरू हो जाएगा। यह प्रभाव फरवरी में पूर्णकालिक होगा। मार्च में आंशिक छाया रहेगी जो खरमास के प्रारंभ तक मीन की संक्रांति के बाद में छाया खत्म होगी। इसके बाद एक बार फिर 3 अगस्त को कालसर्प योग बनेगा, जो पूरे वर्ष भर इस योग का प्रभाव बना रहेगा। इस समय जन्म लेने वाले नवजात शिशु कालसर्प दोष से ग्रसित रहेंगे।

सिंहस्थ पर राहु का गुरु चंडाली योग
29 जनवरी से 11 अगस्त तक राहु का गुरु चंडाली योग रहेगा। इस योग में धार्मिक कार्यों में व्यवधान पैदा होगा। राहु का साथ पाने से गुरु चंडाल होगा। इसी समय कुंभ में गुरु चंडाली योग सिंह राशि पर रहेगा। सिंहस्थ में भी यह योग बना रहेगा। इस दौरान सूर्य की राशि में योग बनने से जलीय ग्रह क्षीण होंगे और पानी की कमी होगी।

ग्रहण की स्थिति
इस वर्ष का पहला खंडग्रास सूर्य ग्रहण 9 मार्च को होगा, जो भारत के पूर्वी भाग में दिखाई देगा। लेकिन इसके बाद 23 मार्च को मंद चंद्र ग्रहण और 1 सितंबर को खंडग्रास सूर्यग्रहण और 16 सितंबर को कांति मलीन चंद्रग्रहण होगा, जो भारत में नहीं दिखेगा।

केंद्र में समा जाएंगे सारे ग्रह
2 जून को खगोलीय घटना होगी। जिसमें सारे 9 ग्रह केंद्र में समा जाएंगे। इससे चार राशियों पर 9 ग्रहों का भार रहेगा। यह योग 19 अगस्त को भी बनेगा।

गुरु पुष्य योग: 14 अप्रैल, 12 मई, 9 जून को गुस्र्वार के दिन गुस्र्पुष्य योग बनेगा।
रवि पुष्य योग: 24 जनवरी, 25 सितंबर, 28 अक्टूबर को रवि पुष्य योग बनेगा।

पांच अबूझ मुहूर्त: 13 फरवरी को बसंत पंचमी, 14 जून गंगा दशहरा, 15 अप्रैल रामनवमीं, 13 जुलाई भड़ल्ली नवमीं, 9 मई को अक्षय तृतीया रहेगी।

नौतपा: सूर्य के रोहणी नक्षत्र में प्रवेश होने से 25 मई से 2 जून तक तपन काल रहेगा। इस दौरान भीषण गर्मी पड़ेगी।

विवाह मुहूर्त: 63 दिन
गृह प्रवेश: 24 दिन 

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