उज्जैन। इन दिनों भगवान महाकाल की पूजा परंपराओं को तोड़ने का दौर चल रहा है। भाजपा का हर नया नेता खुद को भगवान महाकाल से बड़ा और शक्तिशाली साबित कर रहा है। विधायक मोहन यादव, इंदौर के एक छुटभैए नेता के बाद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया। उन्होंने जता दिया कि मंदिर के नियम उनके आगे बहुत बोने हैं।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पत्नी साधनासिंह ने सोमवार को अपनी सहेलियों और महिला रिश्तेदारों के संग महाकाल मंदिर के दर्शन किए। उनकी गाड़ी प्रवचन हाल के गेट के अंदर तक लाई गई। गर्भगृह में प्रवेश वर्जित के दौरान उन्होंने अंदर से दर्शन किए। इसके बाद वे प्रांगण के जिन—जिन मंदिरों में गईं वहाँ अधिकारियों ने आम लोगों को जाने से रोका।
मंदिर से रवानगी से पहले उन्होने वहाँ की धर्मशाला में कुछ देर आराम किया और नाश्ते के लिए फल मँगवाए। मंदिर की सहायक प्रशासक प्रीति चौहान पूरे समय उनके साथ रहीं और व्यवस्थाएं कीं। मुख्यमंत्री की पत्नी के नाते कम से कम मंदिर में वे आम श्रद्धालु के जैसे जातीं और दर्शन करतीं तो उनका ही मान-सम्मान बढ़ता और अन्य वीआईपी को सबक और प्रेरणा दोनों मिलते। बताते चलें की महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन और पूजा के चलते बड़े हादसे हो चुके हैं। बरसों पहले उज्जैन मे नए आए कमिश्नर की पूजा के कारण दसियों लोग मारे गए थे।