इंदौर। बहुचर्चित कविता हत्याकांड में पुलिस ने कविता की स्कूटी मिल गई है। स्कूटी पर खून के निशान भी हैं और फिंगर प्रिंट भी मिले हैं। अत: माना जा रहा है कि हत्यारों ने जब कविता की हत्या की वो अपनी स्कूटी के साथ थी या फिर हत्या के बाद बदमाशों ने कविता की खून से लथपथ लाश को इसी स्कूटी ने ट्रांसपोर्ट किया है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के नवलखा स्थित मुरई धर्मशाला के सामने बस स्टैंड की पार्किंग में एक एक्टिवा (एमपी09 एसएस 5271) रखी है। स्कूटी को 24 अगस्त को राजू नामक युवक ने पार्क किया था। यह गाड़ी लगभग रात 8 बजे गाड़ी रखी गई थी और पार्किंग के रजिस्टर में इसे रखने वाले का नाम राजू दर्ज है। स्टैंड संचालक के अनुसार उसने दो-तीन दिन में वापस आने की बात कही थी।
अब पुलिस ने कविता की एक्टिवा बरामद कर ली है। कविता बेटी को स्कूल बस से लाने के लिए इसी स्कूटी ये निकली थी। पार्किंग से बरामद एक्टिवा में खून लगा हुआ है, जिसमें कुछ फिंगर प्रिंट भी मिले हैं। एफएसएल की टीम ने प्रिंट के सबूत जुटा लिए हैं।
पति और सास का साइकोलॉजिकल टेस्ट
कविता हत्याकांड में पुलिस ने पति और सास का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया। पुलिस ने पति से अकेले में चार घंटे पूछताछ की और उससे जन्म से लेकर मौजूदा समय तक की पूरी जानकारी हासिल की। इसी बीच कविता की सास को भी पुलिस पूछताछ के लिए थाने ले गई। पुलिस के आला अफसरों के मुताबिक, यह एक साइकोलॉजिकल टेस्ट है, ऐसा करके पुलिस देखना चाहती थी कि मां को हिरासत में देखकर कविता के पति संजय के बॉडी लैंग्वेज और व्यवहार में क्या परिवर्तन आता है। हालांकि, पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल सकी।
गौरतलब है कि इंदौर में 6 दिन पहले एक कविता रैना नामक महिला को अगवा करने के बाद हत्या कर उसके शव को 6 अलग अलग टुकड़ों में प्लाटिक की दो बोरियों में बंद कर नाले में फेंक दिया गया था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि इलेक्ट्रॉनिक कटर से महिला के शव के टुकड़े किए गए थे। हत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस को अब स्कूटी से अहम सुराग मिल चुके हैं। जिनके आधार पर पुलिस हत्यारों तक पहुंचने की बात कह रही है।
