भोपाल। उद्यानिकी एवं विधि मंत्री कुसुम महदेले ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर शिकायत की है कि पन्ना की एक खदान से निकला बेशकीमती 50 करोड़ का हीरा अफसरों ने बेच दिया है। इसमें खदान संचालक हल्काई यादव, पन्ना जिला का तत्कालीन हीरा अधिकारी केपी दिनकर और कोतवाली के तत्कालीन थाना प्रभारी केके खनेजा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद जांच की जाना चाहिए।
मंत्री महदेले ने अपने पत्र में लिखा है कि इसके पहले भी उथली खदानों में इस तरह के हीरे निकले हैं, जिन्हें भी तत्कालीन हीरा अधिकारी दिनकर ने खदान संचालक से सांठ-गांठ कर बेचा है। जबकि नियमानुसार खदान में हीरा मिलने के बाद उसे हीरा कार्यालय में जमा कराया जाना चाहिए। इसके बाद इसकी नीलामी कर मिलने वाले पैसों को सरकारी खजाने और संबंधित खदान संचालक को दिए जाते हैं लेकिन पन्ना में उथली खदानों में मिलने वाले हीरों को सरकारी कार्यालय में जमा कराने के बजाए सीधे बाजार में बेचे जाने की जानकारी मिली है।
यह है मामला
जनकपुर निवासी राहुल सिंह ने मंत्री को बताया कि वह हीरा खदान में काम करता है। उसे 25 जून को तकरीबन 80 कैरेट से ज्यादा आंवले के साइज का एक हीरा मिला था, जिसे उसने हीरा खदान मालिक को दे दिया था। खदान मालिक ने उसे मालामाल करने का लालच भी दिया, लेकिन वह हीरा लेकर गायब हो गया।