उज्जैन। कालिदास कॉलेज भवन में संचालित 'आंगन' बालिका गृह के संचालक पर तीन किशोरियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। पुलिस ने संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। गंभीर आरोपों के चलते गुरुवार को महिला सशक्तिकरण टीम भी बालिका गृह जांच के लिए पहुंची।
जन अभ्युदय संस्थान का संचालक रितेश श्रोत्रिय कालिदास कॉलेज भवन कंठाल रोड पर आंगन बालिका गृह संचालित करता है। यहां वर्तमान में 37 बालिकाएं रह रही हैं। बुधवार को बालिका गृह से असम, धार व अलीराजपुर की 16-17 वर्षीय तीन बालिकाएं मौका पाकर भाग निकलीं और सीधे कोतवाली थाने पहुंची। यहां उन्होंने संचालक रितेश श्रोत्रिय पर आरोप लगाया कि वह अश्लील फिल्म दिखाकर उनका यौन शोषण कर रहा था। एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया, वहीं अन्य के साथ अश्लील हरकत करता था।
इसका विरोध करने पर मारपीट की जाती थी। इस पर पुलिस ने देर रात रितेश को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ तीन मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें एक दुष्कर्म तथा दो छेड़छाड़ के हैं। गुरुवार को रितेश को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया।
महिला सशक्तिकरण टीम ने लिए अन्य बालिकाओं के बयान
यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आने के बाद गुरुवार को उप संचालक महिला सशक्तिकरण शुभांगी मजूमदार, विधि सह पर्यवेक्षक प्रियंका त्रिपाठी, महिला सशक्तिकरण अधिकारी कविता विनोदिया, सहायक संचालक बाल भवन यूएस चौहान, उषा नारायण डाटा इंट्री ऑपरेटर के साथ बालिका गृह पहुंचीं। यहां दल ने बालिका गृह में रहने वाली बालिकाओं से अलग-अलग चर्चा कर उनके साथ किए जाने वाले व्यवहार के बारे जानकारी ली। यह भी पता लगाया गया कि अन्य बालिकाओं के साथ भी यौन शोषण तो नहीं किया गया।
किशोरियों को अन्य संस्थाओं में भेजा जाएगा
उप संचालक मजूमदार के अनुसार मामले की रिपोर्ट कलेक्टर कवींद्र कियावत को सौंपी गई है। वहां से अनुमति मिलने के बाद बालिका गृह में रहने वाली किशोरियों को अन्य संस्थाओं में भेजा जाएगा। तब तक महिला सशक्तिकरण टीम द्वारा बालिका गृह की देख-रेख की जाएगी।