भोपाल। IAS अफसरों की तर्ज पर अब राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की CR (गोपनीय चरित्रावली) को ऑन लाइन किया जा रहा है । इससे राप्रसे अफसरों को अपनी सीआर लिखवाने के लिए वरिष्ठ अफसर के चक्कर नहीं काटना पड़ेंगे। इसके साथ ही पदोन्नति के समय सीआर गुमने से होने वाली परेशानी से भी राहत मिलेगी।
नया सिस्टम शुरू होने के बाद राप्रसे अधिकारी द्वारा ऑन लाइन सीआर भरे जाने के बाद संबंधित वरिष्ठ अफसर को टीप लिखने का अलर्ट चला जाएगा, इससे उन्हें समय पर सीआर भरना होगी। राप्रसे अधिकारी अपनी सीआर ऑन लाइन दर्ज कराएंगे। इसके बाद उनके वरिष्ठ अधिकारी को एक निश्चित अवधि में सीआर पर अपनी टीप लिखकर स्वीकारकर्ता अधिकारी को भेजनी होगी। जिस पर उनकी अंतिम टीप लग जाएगी।
सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार हर वर्ष सितंबर तक अधिकारियों को सीआर लिखना अनिवार्य है, लेकिन राप्रसे अफसरों की सीआर दो-तीन वर्षों तक नहीं लिखी जाती हैं। ऐसे में जिला पंचायत में सीईओ या फिर मंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर पदस्थ राप्रसे अधिकारियों को उस समय परेशानी आती है जब या तो जनप्रतिनिधि पद से हट जाता है।
ऐसी स्थिति में बैक डेट से सीआर नहीं लिखी जा सकती । संबंधित अधिकारी अपनी सीआर को लेकर परेशान होते हैं। इन सबको ध्यान में रखते हुए जीएडी कार्मिक ने ऑन लाइन सीआर का प्रारूप तैयार कर सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया। विभाग की सहमति मिलते ही एनआईसी और मैप आईटी के माध्यम से ऑन लाइन सीआर का सिस्टम शुरू कर दिया जाएगा।
होगा ई-मेल आईडी
कार्मिक विभाग ने हर राप्रसे अफसर को दो ई-मेल आईडी बनाकर देगा। जिसमें पहली मेल आईडी पद से बनेगी और दूसरी मेल आईडी राप्रसे अफसर के व्यक्तिगत नाम से होगी। जिससे अफसर का कहीं ओर तबादला होने पर उसे व्यक्तिगत नाम वाले मेल आईडी से सरकारी पत्राचार किया जा सकेगा।
इसके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि पत्राचार करने में काफी समय लगता है, अफसर का ई-मेल आईडी होने से सीधे मेल भेजकर पत्राचार किया जा सकेगा। इससे समय की बचत तो होगी ही साथ ही में इस बात की गारंटी भी रहेगी संबंधित अफसर को इस पत्राचार की जानकारी है।
सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार को शो कॉज नोटिस सहित अन्य नोटिस के मामलों में तामिल कराने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान में कई अधिकारी डाक न लेकर शो कॉज सहित अन्य नोटिस न लेकर मामलों को लटकाने का प्रयास करते हैं।