भोपाल। एक महिला जो मप्र शासन की कर्मचारी ही नहीं है, उसने कभी नौकरी के लिए अप्लाई तक नहीं किया था, वो एक हाउसवाइफ है और राजस्व विभाग की तबादला सूची में उसका नाम छप गया। अब उस हाउसवाइफ का पति अफसरों के चक्कर लगा रहा है।
क्या है मामला?
रेवेन्यू इंस्पेक्टर जिला राजगढ़ जगदीश पटेल की पत्नी बरखा पटेल हाउसवाइफ हैं। उन्हें डिप्रेशन और माइग्रेन की समस्या है। इसकी वजह से पत्नी ने सरकारी प्रक्रिया के अंतर्गत अपने पति का भोपाल तबादला किए जाने की मांग की थी। 18 मई को जब तबादले की लिस्ट जारी हुई तो विभाग ने तबादला सूची में पति की जगह पत्नी का नाम दर्ज कर लिया। इस गंभीर क्लेरिकल मिस्टेक के बाद जब इसकी ओर ध्यान दिलाया गया तो अब करेक्शन नहीं किया जा रहा है। इंस्पेक्टर को रिलीव नहीं किया गया। डेढ़ महीना हो गया, विभाग ने अपनी गलती नहीं सुधारी।
क्या कहना है पीड़ित का
जगदीश पटेल कहते हैं, ''मैंने त्रुटि सुधार के लिए कलेक्टर के समक्ष और विभाग में आवेदन लगाया है, लेकिन डेढ़ महीने बाद भी कुछ नहीं हुआ। इस गलती के कारण मुझे राजगढ़ से अब तक रिलीव नहीं किया जा सका है।''