इंदौर में धर्मांतरण: ईसाई बन जाओ तो बेटा होगा, प्रेतबाधा मिट जाएगी

इंदौर। यदि आपको भूतप्रेत बाधा है, बच्चे नहीं होते, बेटा नहीं होता सिर्फ बेटियां होतीं हैं, लम्बे समय से बीमार हैं, बीमारी ठीक नहीं हो रही, घर में कोई शराब पीता है, शराब छुड़ाना है तो बस चर्च आ जाओ, ईसाई बन जाओ फिर सारे कष्ट दूर हो जाएंगे। कुछ इस तरह का प्रचार और चमत्कार के नाम पर ग्रामीणों को ईसाई बनाया जा रहा है। यह मामला मप्र के इंदौर में सामने आया है।

छावनी स्थित प्रेस बिटेरियन चर्च मसीही मंदिर में धर्मांतरण की सूचना के चलते मंगलवार दोपहर हिन्दूवादी संगठनों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। तीन टीआई और एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे। जांच के बाद संयोगितागंज पुलिस ने मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 1968 की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। यह धारा धर्मांतरण केस में उपयोग की जाती है।

दोपहर में हिन्दूवादी संगठनों के सदस्यों को सूचना मिली कि आसपास के जिलों के गांवों से 100 से अधिक लोगों को मसीही मंदिर लाकर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। संयोगितागंज पुलिस को सूचना दी गई। संयोगितागंज, ग्वालटोली और पलासिया टीआई मौके पर पहुंचे।
एएसपी सिमाला प्रसाद भी पहुंचीं। उन्होंने लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने वहां मौजूद लोगों के नाम-पते नोट किए। सभी लोग नसरूल्लागंज और पालदा बायपास के पास गांवों के रहने वाले थे।

बीमारी ठीक होने का कहकर लाए
पुलिस के अनुसार, लोगों ने कहा कि वे किसी न किसी बीमारी से परेशान हैं। उन्हें बताया गया कि अगर वे यहां आएंगे तो वे ठीक हो जाएंगे। इधर, विभिन्न् हिन्दूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि इन लोगों का ब्रेन वॉश किया गया है। ये लोग हिन्दू हैं और इन्हें धर्मांतरित कर ईसाई बनाया जा रहा है। बदले में उन्हें मकान और नौकरी जैसे लालच दिए गए हैं।

प्रेत बाधा दूर होगी, बच्चे हो जाएंगे
चर्च में आई संजू नामक युवती ने बताया कि वह पिछले पांच साल से प्रेत बाधा से ग्रस्त है। इलाज के बाद भी ठीक नहीं हुई तो इन लोगों के संपर्क में आई, अब वह ठीक है। इसीलिए आज की मीटिंग में आई। हीरालाल ने बताया कि उसके पिता सालों से शराब पीते थे। एक बार चर्च में ले गए। उसके बाद से उन्होंने शराब पीना बंद कर दिया। तब से मेरा विश्वास बढ़ गया। अब मैं बहन की प्रेत बाधा दूर कराने लाया हूं। आलीराजपुर की कुशाबाई ने बताया कि उसे तीन बार कुत्तों ने काटा था। वह बीमार रहती थी, इसलिए यहां आई है। सुनीता ने बताया कि उसे पांच साल से बच्चे नहीं हुए हैं। उसे बताया गया है कि एक बार यहां आ जाएगी तो बच्चे हो जाएंगे। इसलिए आई है।

जागृति समारोह चल रहा था
चर्च में जागृति समारोह में प्रवचन चल रहा था। लोग स्वेच्छा से यहां आए थे। किसी को जबरन नहीं लाया गया। लोगों ने पुलिस को यह बात बता दी है।
अभिषेक नेतराम, संचालक, मसीही मंदिर चर्च

बयान के आधार पर प्रकरण दर्ज
धर्मांतरण की सूचना मिलने पर मैं प्रेस बिटेरियन चर्च मसीही मंदिर पहुंची थी। लोगों के बयान के आधार पर मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 1968 की धाराओं में जोसेफ और उसके तीन साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
सिमाला प्रसाद, एडिशनल एसपी

ऐसे हुआ खुलासा
हिन्दूवादी संगठन से जुड़े विनोद मिश्रा ने बताया मामले की जानकारी मिली तो हमने एक साथी को ग्रामीण युवक बनाकर भेजा। उसे वहां मौजूद लोगों ने धर्म परिवर्तन करने का कहा, नौकरी और मकान का लालच भी दिया। हमने वीडियो रिकॉर्डिंग करवा ली। फिर हम सब सामूहिक रूप से इसका विरोध करने पहुंच गए।

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