ग्वालियर। पीएमटी फर्जीवाड़े के चलते मेधावी होशियार छात्रों का मौका ही नहीं छिना बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्रभावित किया। मध्यप्रदेश को 135 डॉक्टरों का नुक्सान हुआ है जो आने वाले समय में ग्रामीण इलाकों में सेवाएं देने वाले थे। फर्जी डॉक्टरों की पढ़ाई पर सरकार का भी 27 करोड़ रुपए खर्चा हो गया।
2006 से चल रहे इस फर्जीवाड़े में 135 छात्र अभी तक सामने आये हैं, जिन्होंने गजराराजा मेडीकल काॅलेज में फर्जी तरीके से प्रवेश लिया था। वे डाॅक्टर नहीं बन पाये और पुलिस की हिरासत में पहुंच गये। मेडीकल काॅलेज में करीब 27 करोड़ रूपया पढ़ाई व स्काॅलर्शिप पर खर्च किया जो सारा पैसा बेकार गया। सूत्रों के अनुसार 2004 से फर्जीवाड़ा चल रहा है करीब डेढ़ सौ फर्जी छात्रों ने प्रवेष फर्जी तरीके से लिया था। अब तक 116 छात्र गिरफ्तार हो चुके हैं।