भोपाल। मध्यप्रदेश की 6 करोड़ आबादी में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि मप्र में एक रेशम संचालनालय भी है और आप जानकर चौंक जाएंगे कि यहां भी करोड़ों का घोटाला हो गया है। विभागीय मंत्री कुसुम महदेले ने मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी है। अब देखना यह है कि ईओडब्ल्यू इस जांच को कितने समय में पूरा कर पाती है।
दरअसल विवाद कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव राकेश अग्रवाल और रेशम संचालनालय के आयुक्त एसडी पटैरिया के बीच सीआर को लेकर है। आर्थिक अनियमितता का आरोप लगने पर पटैरिया ने अपर मुख्य सचिव के खिलाफ मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को शिकायत कर कहा कि वे अनुशासनहीन अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं।
जिन अधिकारियों का व्यवहार खराब होने के कारण उनकी सीआर बिगाड़ी थी, अपर मुख्य सचिव ने उनकी टिप्पणी को खारिज कर अनुशासनहीन और भ्रष्ट अफसरों की सीआर अच्छी कर दी। इस पर अपर मुख्य सचिव ने उनके कार्यकाल की जांच के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग की एमडी सुधा चौधरी की अध्यक्षता में जांच कमेटी बना दी। मंत्री महेदेले को संचालनालय के अधिकारियों ने आयुक्त द्वारा करोड़ों की हेराफेरी करने के दस्तावजे दिए हैं। मंत्री इन्हीं को आधार बनाते हुए मामले की जांच ईओडब्ल्यू से करा रही हैं।
- ये अनियमितताएं उजागर
- रेशम संचालनालय में पिछले 5 वर्षों में 80 करोड़ स्र्पए निर्माण कार्यों पर जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है।
- विभाग के कुल 230 करोड़ के बजट में से 150 करोड़ स्र्पए होशंगाबाद के डिप्टी डायरेक्टर को खर्च करने के लिए दिए, जबकि प्रदेश के अन्य कार्यालयों को नाम मात्र का पैसा दिया गया।
- पिछले 5 वर्षों में रेशम के लिए उपयोग में आने वाला मलबरी, टसर और कोया के उत्पादन का कुल 30 प्रतिशत माल फेडरेशन द्वारा खरीदा गया। शेष माल कहां गया इसका उल्लेख रिकॉर्ड में नहीं है।
- बेंगलुरु से धागा खरीदी में लाखों का गोलमाल किया। रेशम संचालनालय धागे पर 100 प्रतिशत अनुदान देता है। वित्त विभाग की अनुमति लिए बगैर लाखों का अनुदान दे दिया।
- चंदेरी साड़ियां प्रिंट कराने के नाम पर हर साल 50 लाख की गड़बड़ी।
- मलबरी पौधरोपण में गड़बड़ी । प्रति एकड़ उत्पादन के आंकड़ों में भी हेर-फेर ।
मेरे खिलाफ साजिश की जा रही
मैंने अपर मुख्य सचिव को जिन भ्रष्ट अधिकारियों की जांच के प्रकरण भेजे हैं। उन पर कार्रवाई की बजाए उलट मेरे खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई जा रही है। यह सब मेरे खिलाफ साजिश है। मैने कोई गलत काम नहीं किया है इसलिए मुझे कोई डर नहीं है।
एसडी पटेरिया, आयुक्त रेशम संचालनालय