हसिया लेकर पति के पीछे दौड़ी थानेदार की बेटी

छतरपुर। वो BSF का जवान है, सीमा पर दुश्मनों से लड़ सकता है परंतु घर में अपनी पत्नि से नहीं लड़ पाया क्योंकि उसकी पत्नि थानेदार की बेटी है। पत्नि ने हंसिए से पति पर जानलेवा हमला किया। हमले में घायल पति किसी तरह जान बचाकर पुलिस थाने तक पहुंचा।

यह घटना है छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र की, जहां पत्नी ने आतंक से परेशान पति ने थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पत्नी की मार और हंसिए से घायल पति किसी तरह शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, तो पत्नी भी पीछे से थाने पहुंच गई और थाने में सभी के सामने जमकर हंगामा किया।

इस पर पति ने पुलिस को बताया कि, मेरी पत्नी अक्सर मेरे साथ मारपीट करती है। पत्नी आए दिन अपने थानेदार पिता की धौंस देकर मुझे प्रताड़ित करती हैं। इतना ही नहीं वह मेरे बच्चों के साथ भी मारपीट करती है। इस बारे में जब पुलिस ने मासूम बच्चों से पूछताछ की तो बच्चों ने बताया कि, मेरी मम्मी डैडी को मारती हैं और हमसे झाड़ू-पोंछा करवाती हैं।

पति पर किया हंसिए से वार
छतरपुर शहर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र के पॉश कालोनी में रहने वाली महिला द्वारा अपने पति को मारने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं बात तब हद से बढ़ गई, जब महिला ने अपने पति पर हंसिए से जानलेवा हमला कर दिया। बचाव में पति के हाथ और पेट में चोट आई है, जिसकी रिपोर्ट पति ने थाने में दर्ज कराई हैं। मामले की जानकारी लगते ही पत्नी भी थाने पहुंच गई है और थाने में सभी के सामने पति को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

BSF की नौकरी छोड़कर आया पत्नी के पास
घायल पति राकेश रावत की माने तो उसकी शादी 10 साल पहले लवली से हुई थी। लवली के पिता दुर्गप्रशद गंगेले पुलिस में थानेदार है, जो कि इस समय टीकमगढ़ जिले के जतारा थाने में पदस्थ हैं। लवली और राकेश के दो छोटे-छोटे बच्चे (बेटा और बेटी) भी है। शादी के समय राकेश बीएसएफ में नौकरी करता था। पत्नी के परेशान करने और परिवार में कलह के चलते उसने बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी और छतरपुर में रहकर प्राइवेट जॉब करने लगा। इसके बाद भी पत्नी ने उससे लड़ना-झगड़ना बंद नहीं किया।

माता-पिता से मिलने नहीं देती थी लवली
लवली लगातार मुझ पर माता-पिता को छोड़ने का दबाव बनाती रही। ऐसा न करने पर लवली ने मेरे माता-पिता को भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इन्हीं वाद-विवादों के चलते मैं अपने माता-पिता का घर छोड़कर अलग रहने लगा। इस पर भी लवली का मन नहीं माना, वह मुझे अपने माता-पिता से मिलने नहीं देती थी।

बच्चों से करवाती है घर का काम
लवली को शक है कि मैं अपने माता-पिता की मदद करता हूं। मेरे लाख समझाने, सफाई देने के बावजूद वह नहीं मानी। हमारे छोटे-छोटे बच्चों को वह बेवजह मारती रहती है और उनसे घर का काम करवाती रहती है। लवली मुझ पर भी जब चाहे तब हाथ उठा लिया करती है। लेकिन, आज तो उसने हद ही कर दी मुझ पर सब्जी काटने वाले हंसिया से जानलेवा हमला कर दिया और उसी बचाव में मेरा हाथ (पंजा) काट गया और पेट में भी चोट आई हैं। मैं अपने बच्चों को लेकर घर से भाग निकला और थाने आ गया। मेरे बच्चे भी इस वारदात के चश्मदीद गवाह हैं यह सब उनकी आंखों के सामने हुआ है।

थानेदार पिता की धौंस देती है पत्नी
मेरी पत्नी अक्सर अपने थानेदार पिता की धौंस देकर मुझे शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित करती रहती है। मेरे थानेदार ससुर भी अपने पद के दम पर हमेशा ही मामले में फंसाने, मेरे खिलाफ केस करने और जेल भेजने की धमकी देते रहते हैं। 10 सालों से मैं ये सब झेलता आ रहा हूं, लेकिन अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है। घायल अवस्था में आज जब मैं शिकायत करने पहुंचा हूं, तो मेरी पत्नी और सास दोनों मुझे मारने की धमकी दे रहे हैं। मैं अब तक अपने छोटे बच्चों के चलते यह नरकीय और लज्जित जिंदगी जी रहा था। अगर बच्चों का ख्याल न होता, तो कब का घर-बार छोड़ चूका होता।

नानी भी करती है मारपीट
मेरी पत्नी दुनिया की पहली ऐसी मां होगी जिसके जन्म दिए बच्चे भी इसके पास जाने से भी डरते हैं। मेरी पत्नी तो बस पिता के थानेदार होने की धौंस देना जानती है। इसके इस बर्ताव के लिए इसके माता-पिता की शह जिम्मेदार है, जो अपनी ही बेटी के घर में कलह कर हम सबकी जिंदगी बर्बाद कर रहे है। वहीं, मासूम बच्चे अपनी और पिता के प्रताड़ित होने की दास्तां खुद पुलिस के सामने बयां कर रहे हैं कि कैसे उनकी मां और नानी मिलकर उन्हें और उनके पिता को मारती, पीटती है और घर का सारा काम झाड़ू-पोंछा करवाती हैं।

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