भोपाल। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल को सपने दिखा दिए हैं कि मप्र में उनका जबर्दस्त ग्राउंड तैयार हो गया है। जलसत्याग्रह के नाम पर 'आप' यहां जड़े जमाना चाहती है। अब जब राजनीति शुरू हो गई है तो केजरीवाल के बिना कैसे होती। सो केजरीवाल भी उतर आए। उन्होंने कई बार सीएम हाउस फोन लगाए, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने रिप्लाई ही नहीं किया।
जब बात नहीं हो पाई तो उन्हें चिट्ठी लिख डाली। चिट्ठी का मुद्दा नर्मदा घाटी में पुनर्वास का है। यह राजनीतिक वजह भी हो सकती है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कई बार फोन करने के बावजूद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें तवज्जो नहीं दी। इस बात का खुलासा शिवराज को लिखे केजरीवाल के पत्र से हुआ है, जो 20 अप्रैल को लिखा गया है।
पढ़िए क्या लिखा केजरीवाल ने
प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी,
पिछले कुछ दिनों में मैंने आपसे फोन पर कई बार बात करने की कोशिश की। आपके व्यस्त होने के कारण बात नहीं हो पाई।
आपसे एक अत्यंत गंभीर और जटिल मुद्दे पर बात करना चाहता था। नर्मदा घाटी में ओंकारेश्वर बांध प्रभावितों के पुनर्वास के मामले में आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन से मैं भी काफी समय से जुड़ा रहा। आप, मैं, आपकी सरकार, न्यायालय और आंदोलनकारी सभी लोग चाहते हैं कि प्रभावितों का उचित पुनर्वास हो। पुनर्वास के पहले उन्हें अगर हटाया जाता है, तो यह उनके साथ अन्याय होगा।
इस मामले में ओंकारेश्वर बांध डूब प्रभावित कई विस्थापित पिछले 10 दिनों में जल सत्याग्रह कर रहे हैं। आपकी अति कृपा होगी यदि आप इनसे बातचीत कर लें और इनके पुनर्वास के लिए कुछ ठोस समाधान निकाल सकें।
आपका
अरविंद केजरीवाल