सीएम के आदेश का मजाक बना दिया बिजली कंपनी ने: विधायकों ने कहा

ग्वालियर। किसानों के बीच जाकर उनकी खरी-खोटी सुनने वाले विधायकों का गुस्सा रविवार को प्रभारी मंत्री के सामने फूट पड़ा। विधायक भारत सिंह कुशवाह, लाखन सिंह यादव और इमरती देवी ने जिले के प्रभारी मंत्री जयंत मलैया को कहा, बिजली कंपनी ने सीएम के आदेश का मजाक बना दिया है। सीएम कहते हैं कि ओलापीड़ित किसानों से एक साल तक बिजली के बिल और सरचार्ज वसूली न हो, लेकिन बिजली कंपनी किसानों के बिल जमा न होने पर कनेक्शन काटने पर तुली हुई है। विधायकों की बात सुनकर प्रभारी मंत्री ने बैठक में ही प्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को फोन लगाया और पूरी समस्या बताई। ऊर्जा मंत्री ने किसानों की मदद का भरोसा प्रभारी मंत्री को दिया।

सीएम ने ओलापीड़ित किसानों से अगले एक साल तक किसी भी तरह की ऋण वसूली और बकाया भुगतान पर रोक लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आदेश निकाल दिए। फिर भी बिजली कंपनी नहीं मानी और किसानों को बकाया वसूली के नोटिस देना और बिल जमा न करने पर कनेक्शन काटना शुरू कर दिया। रविवार को जब प्रदेश के वित्त मंत्री और जिले के प्रभारी जयंत मलैया ने किसानों को दी जाने वाली राहत राशि वितरण की समीक्षा बैठक ली तो उसमें विधायकों ने जमीनी हकीकत सामने रख दी।

कलेक्टर से बोले, बिजली कंपनी की कार्यप्रणाली पर नजर रखो-
बैठक में प्रभारी मंत्री जयंत मलैया ने कलेक्टर पी.नरहरि से कहा कि आप व्यक्तिगत रूप से बिजली कंपनी की कार्यप्रणाली पर नजर रखो। सीएम के निर्देशों के अनुसार किसी भी कीमत पर किसानों की बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होना चाहिए, इसके साथ ही उनसे अप्रैल 2016 तक बिजली के बिल जमा करने और सरचार्ज वसूलने की कोशिश नहीं होना चाहिए।

मंत्री- कलेक्टर तक को नहीं गिनते, इसलिए बैठक में भी नहीं आते अधिकारी-
बैठक में जब विधायकों ने बिजली कंपनी की मनमानी की शिकायतें प्रभारी मंत्री के सामने रखी तो प्रभारी मंत्री ने बैठक में कंपनी के महाप्रबंधक का नाम पुकारा। लेकिन वे मौजूद नहीं थे। उनकी जगह पर एक कार्यपालन यंत्री भेजा गया था। ये जानकर प्रभारी मंत्री नाराज हो गए और बोले अब क्या बिजली कंपनी का महाप्रबंधक प्रभारी मंत्री से भी बड़ा हो गया है जिसे बैठक में आने की फुर्सत तक नहीं है और अपने कार्यपालन यंत्री को भेज दिया है। प्रभारी मंत्री को नाराज देख कलेक्टर पी.नरहरि ने भी बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री को उनके महाप्रबंधक की लापरवाही के लिए लताड़ लगा दी।

कब तक करोगे ये लेटरबाजी, खुद जाकर क्यों नहीं कराते काम-
देहात क्षेत्रों में हैडपंपों में लाइन विस्तार करने का काम काफी दिनों से अटका है। टेंडर चीफ इंजीनियर की मदद से जारी होंगे। प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने पीएचई के कार्यपालन यंत्री को बोला गर्मी आने वाली है। देहात क्षेत्रों में हैडपंपों से पानी की सप्लाई कब तक करा पाओगे। कार्यपालन यंत्री बोले, चीफ इंजीनियर को प्रस्ताव भेजा है। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि ये लेटरबाजी कब तक करोगे। खुद जाकर क्यों नहीं मिलते चीफ इंजीनियर से। जल्द से जल्द टेंडर निकलवाकर काम शुरू करवाओ।

ये निर्देश भी दिए-
सोमवार से किसानों के खाते में मुआवजा राशि वितरण शुरू करें और कोई भी पात्र किसान न छूटे।
उनकी बेटियों की शादी के लिए जरूरी आर्थिक मदद तुरंत उपलब्ध करवाएं।
बिजली कनेक्शन किसी भी किसान के नहीं कटने चाहिए।
आने वाले दो वर्षों में पेयजल की मांग को ध्यान में रखकर पानी का रिजर्व स्टॉक रखें।
बैठक में कलेक्टर पी.नरहरि के अनुरोध पर स्कूलों में शौचालय के निर्माण के लिए सभी विधायकों ने 5-5 लाख रुपए की राशि अपनी विधायक निधि से देने की स्वीकृति प्रदान की।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!