पेनकिलर बोले तो किडनी का मर्डर

shailendra gupta
राहुल आनंद@नई दिल्ली। पेनकिलर किडनी डैमेज कर रहा है। यंग मरीजों में किडनी की बीमारी की मुख्य वजह पेनकिलर पाया गया है। सिर दर्द, जॉइंट में दर्द, स्ट्रेस से बचने के लिए अगर आप लगातार पेनकिलर खा रहे हैं तो यह दवा आपकी किडनी को डैमेज कर सकती है।


लाइफ स्टाइल में बदलाव की वजह से हर साल देशभर में किडनी फेल होने के एक लाख से अधिक मरीजों की पहचान होती है, जिनकी जान बचाने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट की जरुरत होती है लेकिन केवल पांच हजार लोगों की ही जान ट्रांसप्लांट के जरिए बच पाती है, क्योंकि ट्रांसप्लांट के लिए ऑर्गन नहीं मिलते। किडनी के डैमेज होने से पहले अगर उसे हेल्दी रखा जाए तो ऐसी नौबत ही नहीं आएगी। 12 मार्च को वर्ल्ड किडनी डे है। इस मौके पर डॉक्टर बता रहे हैं कि कैसे इस बीमारी से बचें और बीमार होने पर क्या-क्या इलाज कराएं।

पेनकिलर कर रहा है किडनी डैमेज
आईएलबीएस के डॉ. विकास जैन का कहना है कि पेनकिलर इतना स्ट्रांग होता है कि इसका असर तुरंत होता है। इसकी वजह से लोगों को इसकी आदत हो जाती है। अगर कोई दो-तीन महीने तक लगातार पेनकिलर खाता है तो उसकी किडनी डैमेज हो सकती है। अक्सर उनके पास यंग मरीज आते हैं, जो सिर दर्द, स्ट्रेस या जॉइंट पेन में पेनकिलर खाते हैं और उनकी किडनी पर इसका असर देखा गया है। ऐसी दवा ओवर द काउंटर मिलती है और लोग बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर खाने लगते हैं।

उन्होंने कहा कि किडनी फेल होने पर दो इलाज हैं। एक डायलिसिस और दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट। लेकिन दोनों सुविधा मरीजों को नहीं मिल पाती है। जहां तक डायलिसिस की बात है तो यह खर्चीला है, हर हफ्ते दो-तीन बार डायलिसिस कराना होता है। एक बार डायलिसिस पर लगभग दो हजार रुपये खर्च होते हैं। डायलिसिस में ब्लड तो साफ हो जाता है, लेकिन किडनी का बाकी फंक्शन नहीं हो पाता है, इसके लिए दवा लेनी होती है। कुल मिलाकर 20-25 हजार रुपये हर महीने खर्च होता है। फिर भी मरीज पूरी तरह हेल्दी नहीं रहता है और अपना पूरा काम नहीं कर पाता।

ट्रांसप्लांट है बेहतर इलाज
एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डॉ. जितेंद्र कुमार का कहना है कि इसका दूसरा इलाज ट्रांसप्लांट है, जो बेहतर है। ट्रांसप्लांट के बाद मरीज आम जिंदगी जी सकता है। लेकिन केवल 5 पर्सेंट ही मरीजों का कैडेवर डोनेशन से मिले ऑर्गन से ट्रांसप्लांट होता है,जबकि हर साल एक लाख लोगों को ट्रांसप्लांट की जरुरत है।

किडनी की समस्या के लक्षण
चेहरे और पैरों में सूजन
भूख कम लगना
जल्दी थकान
ब्लड की कमी
हाई ब्लड प्रेशर

हेल्दी किडनी के लिए क्या करें
: नमक कम खाएं
: प्रोटीन की मात्रा कम करें
: नियमित एक्सरसाइज करें
: डायबिटीज कंट्रोल करें
: पानी पीते रहें
: स्मोकिंग नहीं करें

फैमिली हिस्ट्री है तो अलर्ट रहें
डॉ. जैन ने कहा कि अगर किसी के परिवार में किसी को किडनी की बीमारी है, ब्लड प्रेशर है, डायबिटीज है तो उन्हें किडनी की बीमारी का खतरा ज्यादा है। इससे बचने के लिए बीच-बीच में किडनी की जांच कराएं। डॉ. जितेंद्र का कहना है कि किडनी यूरिन के जरिए बॉडी से टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। यदि किडनी ठीक नहीं होगी तो ब्लड साफ नहीं होगा और सेहत खराब हो सकती है।

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