नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव व मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर व्यापमं के लगभग सवा करोड़ परीक्षार्थियों द्वारा दिया गया परीक्षा शुल्क लौटाने की मांग की है।
सोमवार को यहां जारी किए गए पत्र में सिंह ने पत्र में लिखा है कि मप्र में कांग्रेस के कार्यकाल में लोक सेवा आयोग और पंचायत के माध्यम से परीक्षा हेतु परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाता था, लेकिन भाजपा शासनकाल में नौकरी के लिए परीक्षा शुल्क लिया जा रहा है।
व्यापमं द्वारा लगभग 1.20 करोड़ परीक्षार्थियों से शुल्क लिया गया है, भ्रष्टाचार होने के कारण परीक्षा से पहले चयन सूची बनी हुई थी, लिहाजा परीक्षार्थियों के साथ धोखाधडी हुई है और सभी का परीक्षा शुल्क वापस किया जाना चाहिए।
सिंह ने यह भी कहा है कि कांग्रेस शासन में ऐसे परीक्षार्थियों का चयन होता था,जिन्होंने दसवीं या बारहवीं की परीक्षा मप्र से उत्तीर्ण की हो, लेकिन भाजपा ने इस प्रणाली में भी परिवर्तन कर दिया है। इससे भी मप्र के परीक्षार्थियों के साथ अन्याय हुआ है। सिंह ने कांग्रेस शासन में लागू प्रणाली से ही नियुक्तियों का अनुरोध किया है।