Harsiddhi Mata Rangir Rehli Sagar MP- हरसिद्धि माता रानगिर, रहली, सागर की कथा, कहानी

अंकुर तिवारी/रहली।
मध्यप्रदेश के सागर जिले की रहली तहसील में रानगिर हरसिद्धि माता का पवित्र स्थान है।रानगिर का यह मंदिर लगभग 1100 वर्ष पुराना है। इस स्थान के विषय में कहा जाता है की यह मंदिर पहले रानगिर में नहीं था नदी के उस पार देवी जी रहती थी। प्रतिदिन माता कन्याओं के साथ खेलने के लिए आया करती थी। एक दिन गांव के लोगों ने छिपकर देखा कि यह किसकी लड़की है सुबह खेलने आती है एवं सायंकाल को कन्याओं को एक चांदी का सिक्का देकर बूढ़ी रानगिर को चली जाती हैं।

उसी दिन हरसिद्धि माता ने सपना दिया कि मैं हरसिद्धि माता हूं बूढ़ी रानगिर में रहती हूं। यदि बूढ़ी रानगिर से रानगिर में ले जाया जाए तो रानगिर हमारा नया स्थान होगा। बूढ़ी रानगिर पुराना स्थान होगा। गांव के लोग एक समूह बनाकर बूढ़ी रानगिर में गए एक बड़े भारी बेल वृक्ष के नीचे हरसिद्धि की प्रतिमा मिली। लोगों ने बेल की सिंहासन पर बैठाकर रानगिर लाए गाजे बाजे के साथ और जहां रानगिर में देवी जी का मंदिर बना वहां पर उतारा लिया।

सायंकाल का समय हो गया था। दूसरे दिन लोगों ने उठाने का प्रयास किया कि आगे की ओर ले जाया जाए, देवी जी की मूर्ति वहां से फिर कहीं नहीं उठी न ही हिला सके। ऐसा माना जाता है कि माता के सुबह दर्शन करो तो कन्या रूप में दर्शन होते हैं। दोपहर में युवा अवस्था तथा शाम को वृद्धावस्था में दर्शन देती हैं।

जब माता को बूढ़ी रानगिर से नए स्थान पर लाया जा रहा था उसी समय माता का हार नदी में गिर गया तो नदी का नाम देहार पड़ा। ऐसी मान्यता है कि रानगिर में सती जी की जांध गिरी है इसलिए रानगिर नाम पड़ा जो लोग सच्चे मन से श्रद्धा से रानगिर जाते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

कैसे पहुंचे
रानगिर में प्रतिवर्ष चैत्र माह की नवरात्री में मेला लगता है। जिसमे बुंदेलखंड ही नहीं दूर दूर से लोग आते है। यहाँ पहुचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन सागर है, जो बीना कटनी रेलखंड पर है। सागर से नवरात्री के समय बस और जीप आसानी से मिल जाती है लेकिन अन्य दिनों लोग स्वयं के वाहन या निजी वाहन रिजर्व करके जाते हैं। सागर से राष्ट्रिय राजमार्ग क्र० 26 झाँसी लखनादोन पर नरसिंहपुर की तरफ लगभग 30 किमी पर बांये ओर 8 किमी जंगल में पक्की सड़क से जाया जा सकता है।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!