श्योपुर। बुधवार को कलेक्टर डीएस भदौरिया ने गोरस सेटलाइट बस्ती में बने स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने जब शिक्षक से नेसेसरी की स्पेलिंग लिखने के लिए शिक्षक से कहा तो वह स्पेलिंग नहीं लिख पाया। इस पर कलेक्टर ने शिक्षक को मूल संस्था में वापस भेजने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। वहीं 09 शिक्षकों को बच्चों की कम उपस्थिति व शिक्षकों के अनुपस्थित रहने पर वेतन काटने सहित नोटिस देकर जवाब तलब कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने लिखकर दिखाई स्पेलिंग
बुधवार को कलेक्टर डीएस भदौरिया कराहल में मतदान केन्द्रों व स्ट्रांग रूम का निरीक्षण करने गए। जहां श्री भदौरिया ने गोरस सेटेलाइट बस्ती में संचालित स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर गोरस हाईस्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों से नेसेसरी की स्पेलिंग ब्लैक बोर्ड पर लिखने के लिए कहा, लेकिन एक भी छात्र स्पेलिंग नहीं पाया। इसके बाद कलेक्टर ने अंग्रेजी के शिक्षक जाटव से भी कलेक्टर ने स्पेलिंग लिखने के लिए कहा। इस पर अंग्रेजी के शिक्षक भी स्पेलिंग नहीं लिख पाए तो कलेक्टर ने खुद नेसेसरी की स्पेलिंग ब्लैक बोर्ड पर लिखी।
इसके बाद कलेक्टर ने अंग्रेजी शिक्षक जाटव को उनकी मूल संस्था में वापस भेजने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। वहीं अनुपस्थित रहने पर सहायक अध्यापक कांता रावत, अध्यापक रचना मुदगल व सीमा शर्मा के सात दिन का वेतन काटने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इससे पूर्व कलेक्टर ने आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता कृष्णा श्रीवास्तव के अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश भी दिए। इसके बाद कलेक्टर ने गोरस की प्राथमिक शाला का निरीक्षण किया जहां बच्चों की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए प्रधान अध्यापिका कल्पना रावत को नोटिस देने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा प्राथमिक शाला गोरस के अध्यापक कंुवरलाल गौड़ को अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया। जबकि संविदा शिक्षक वर्ग-3 के रमेश रावत को 01 माह लगातार अनुपस्थित रहने पर सेवा समाप्ति करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। साथ ही माध्यमिक शाला में शिक्षक वर्ग-3 पूनम सेन को अनुपस्थित रहने पर भी कारण बताओ नोटिस जारी किया।
मॉनिटरिंग के लिए डीपीओ को दिए निर्देश
कलेक्टर श्री भदौरिया ने शालाओं की रसोइयों का निरीक्षण किया। जहां स्व-सहायता समूह द्वारा लकड़ी से चूल्हे पर खाना बनाते पाया गया। इस पर कलेक्टर से संबंधितों से चर्चा कर उपस्थित अमले को गैस चूल्हे के माध्यम से ही भोजन बनाने के निर्देश दिए। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र पर भोजन नहीं मिलने की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर ने डीपीओ कल्पना बोहरे को बच्चों की उपस्थिति व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की उपस्थित की मॉनिटरिंग शिक्षा और जनपद के अमले से कराने के निर्देश मोबाइल पर दिए।