रोम। कृत्रिम गर्भनिरोध पर चर्च के रुख की हिमायत करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा है कि अच्छे कैथोलिक ईसाइयों को खरगोशों की तरह बच्चे पैदा करने की जरुरत नहीं है. उन्होंने विश्व के 1.2 अरब रोमन कैथोलिक आबादी से अपील की कि वे बच्चों की परवरिश जिम्मेदार ढंग से करें.
फिलीपीन से अपनी वापसी की उड़ान में संवाददाताओं से बात करते हुए पोप ने कहा कि एक बार उन्होंने आठवीं बार गर्भधान की सात बच्चों की एक मां से पूछा कि क्या वह सात बच्चों को अनाथ छोड़ना चाहती है. इसपर उसने कहा था कि मुझे ईश्वर पर यकीन है.
पोप ने कहा, लेकिन ईश्वर ने हमें जिम्मेदार होने के साधन दिए हैं. उन्होंने कहा, कुछ लोग समझते हैं कि अच्छा कैथोलिक होने के लिए खरगोश की तरह होना जरुरी है. फ्रांसिस ने कहा कि नये जीवन का सृजन विवाह की शपथ का एक हिस्सा है. उन्होंने 1968 में पॉल षष्ठम द्वारा कृत्रिम गर्भनिरोधक को अवैध करार दिए जाने का समर्थन किया.
उन्होंने कहा कि चर्च के उपदेशों के पालन का मतलब यह नहीं है कि ईसाई एक के बाद एक बच्चा पैदा करते रहें. उनकी टिप्पणी कैथलिक चर्च के एशियाई गढ फिलीपीन की यात्रा के अंत में आई जिसने पिछले साल सरकारी गर्भनिरोध पर रोक लगाने की चर्च की 15 साल लंबी लड़ाई के बाद पिछले साल एक परिवार नियोजन कानून पारित किया था. यह कानून सरकार को हजारों गरीब फिलीपीनियों को मुफ्त गर्भनिरोधक वितरित करने की अनुमति देता है.