भोपाल। मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के नेतृत्व में संविदा कर्मचारियों के एक प्रतिनिधी मण्डल ने जीएडी विभाग द्वारा संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए बनाई गई नीति को शीध्र लागू करवाने के लिए तथा सरकार द्वारा की जा रही उपयंत्री, लिपिक वर्गीय पदों की सीधी भर्ती के पदों पर संविदा कर्मचारियों को सीधे नियमित करने के लिए जीएडी मंत्री लाल सिंह आर्य को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपकर संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेष अध्यक्ष रमेष राठौर ने जीएडी मंत्री लाल सिंह आर्य से सामान्य प्रषासन विभाग (जीएडी) के द्वारा विधान सभा चुनाव के पूर्व संविदा कर्मचारियों अधिकारियों के नियमितीकरण के लिए बनाई गई नीति को लागू करने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया कि सरकार के जी.ए.डी. विभाग ने चुनाव के पहले सरकार के विभिन्न विभागों उनकी परियोजनाओं, मिषनों, मण्डलों, में जो संविदा कर्मचारी जहां कार्यरत है उसके वहीं पर नियमित करने के लिए नीति बनाकर सभी विभागों से उनके यहां कार्यरत संविदा कर्मचारियों अधिकारियों का डाटा मांगा था।
जीएडी विभाग के पत्र को देखकर सभी दो लाख संविदा कर्मचारियों और उनके परिवारों ने भाजपा को वोट दिये जिससे भाजपा की तीसरी बार सरकार बन गई । लेकिन तीसरी बार सरकार बनने के बाद भाजपा सरकार ने संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की नीति लागू नहीं की। जिससे दो लाख संविदा कर्मचारियों में आक्रोष है। जीएडी मंत्री लाल सिंह आर्य को प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि जब मप्र सरकार संरपचों के द्वारा नियुक्त गुरूजियों, पंचायत कर्मियों, षिक्षाकर्मियों को अनुभव का लाभ देकर नियमित कर सकती है तो संविदा कर्मचारियों को नियमित क्यों नहीं कर सकती।
जी.ए.डी. मंत्री लाल सिंह आर्य ने प्रतिनिधि मण्डल को संविदा कर्मचारियों की मांगों का निराकरण किये जाने का आष्वासन दिया। प्रतिनिधि मण्डल में महासंघ के प्रदेष अध्यक्ष रमेष राठौर,, राम सक्सेना, हरेन्द्र सिंह, संतोष साहु, रमेष सिंह, योगेष, पी.सालु नायर,, नाहिद जहाँ, सचिव कल्पना श्रीवास्तव, रवीन्द्र श्रीवास्तव, महेन्द्र सिंह , देवेन्द्र उपाध्याय, राजेष साहु रविन्द्र रावत आदि उपस्थित थे।