ग्वालियर। रेलों में पुराने जमाने के दरवाजे लगे होने के कारण चढ़ते-उतरते समय कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। आज बुलट रेल तथा मेट्रो रेल चलाने की बात हो रही है और लोग दरवाजों बैठकर अपनी जान से खेलकर यात्रा कर रहे हैं, ऐसे ही एक हादसे में चलती रेल में चढ़ने की कोशिश कर रहे, युवक विशाल 19 पुत्र रूपसिंह जाटव जो डबरा में शादी समारोह में खाना बनाने हलवाई के साथ समता एक्सप्रेस में आगरा से बैठकर आ रहा था।
ग्वालियर उतरकर रेल बदलकर डबरा जाना था। पर बिरला नगर स्टेशन पर सिग्नल न होने से रेल रूकने पर विशाल पानी पीने उतरा इसी दौरान सिग्नल मिलने से रेल चल दी और विशाल ने दौड़ लगाकर डिब्बे में चढ़ने की कोशिश की, उसके हाथ फिसल गये और वह रेल व प्लेटफाॅर्म के बीच में फंस गया। करीब 10-12 फीट तक रेल के साथ प्लेटफाॅर्म के बीच में घिसटता रहा। सिर और हाथ पैर में चोट आने से उसकी मौत हो गई।
प्लेटफाॅर्म पर काफी भीड़ थी, लेकिन सब दर्शक बने रहे, आखिरी डिब्बा गुजरने के बाद उसे देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी, जीआरपी के मुताबिक रेल का पायदान चिकना होने की बजह से हाथ फिसलने से विशाल जगह नहीं बना सका। विशाल का पैर पायदान से व हाथ हैंडिल से गीला होने की बजह से फिसल गया। बोगी के दरवाजे पर भी कई मुसाफिर लटके थे, उसकी बजह से भी विशाल को अपनी मौत हो गई। क्षेत्रीय नागरिकों ने मेट्रो रेल की तरह रेल चलते ही दरवाजे आॅटोमेटिक, रेलों में लगाने की मांग की है ताकि किसी घर का चिराग न बुझ सके। घर के लिये कमाने आये युवक की लाश आगरा घर पहुंची, तब कोहराम मच गया।
आॅपरेशन के लिये किया रैफर, केआरएच के बाहर हुआ प्रसव
ग्वालियर। प्रसूति गृह मुरार में प्रसव पीड़ा से पीड़ित अनीता दोपहर प्रसव के लिये प्रसूती गृह पहुंची, देर शाम आॅपरेशन की बात कहकर कमलाराजा अस्पताल केआरएच रैफर कर दिया गया। वहां उसे परिजन लेकर पहुंचे कि अस्पताल के बाहर ही प्रसव हो गया। आनन-फानन में उसे मैटरनिटी वार्ड पहुंचाया गया, जहां दोनों को भर्ती कर लिया गया। बनवार ग्राम हुकुमगढ़ निवासी बलराम की पत्नी अनीता को सर्जरी से बच्चा होने की बात कहकर मुरार अस्पताल से डाॅक्टर ने रैफर किया, लेकिन केआरएच अस्पताल के बाहर ही नाॅर्मल डिलेवरी हो गई। अनीता के परिजनों का कहना था कि प्रसूति गृह मुरार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण जान जोखिम में पड़ी।
40 हजार की स्मैक के साथ दो गिरफ्तार
ग्वालियर। ग्वालियर अंचल स्मैक का अड्डा बनता जा रहा है, डबरा, दतिया, इन्दरगढ़, थरेट, भउआ, रामपुरा, उरई उ.प्र. तथा अन्य शहरों से स्मैक आकर इन शहरों में नव धनाड्य लड़कों को पहले फ्री में पिलाकर आदत डालकर आर्थिक शोषण किया जाता है। जनकगंज पुलिस ने स्मैक पीने के आदि दो लड़कों से 40 हजार की स्मैक सहित लाखन शाक्यवार और रमेश आदिवासी घाटीगांव को क्षत्री मंडी के पास से गिरफ्तार कर स्मैक बरामद की है। पूछताछ में पता चला है कि दोनों युवक नशे का शौंक पूरा करने के लिये स्मैक सप्लाई का धंधा भी करते थे। पुलिस स्मैक के बड़े सप्लायर की खोजबीन में लगी है।