नई दिल्ली। अब किसी भी व्यक्ति को राशन कार्ड को लेकर दूसरे राज्य में जाने पर दूसरा राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं है और ना ही उसे ट्रांसफर कराने की जरूरत पड़ेगी। मोदी सरकार ने अच्छे दिनों के संकेत देते हुए इस ओर कदम उठाने का फैसला किया है भविष्य में शहर बदलने पर नया राशन कार्ड बनवाने के लिए नहीं भागना पड़ेगा।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सलाह पर उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय नई योजना का खाका तैयार किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी सचिव आरएस शर्मा के मुताबिक इस योजना के तहत राशन कार्ड को आधार से जोड़ने की योजना है।
आधार नंबर से यह पुख्ता होगा कि सही व्यक्ति ने ही राशन या एलपीजी लिया है। तय दुकान पर राशन न मिलने की दशा में लोग नजदीकी राशन की दुकान से राशन खरीद पाएंगे। दूसरे शहर में जाने पर भी राशन लेने में दिक्कत नहीं होगी। राशन का सारा ब्यौरा ऑनलाइन होगी। राशन नहीं देने वाले दुकानदारों की पहचान हो पाएगी।
बड़ा नहीं लेना, तो छोटा सिलेंडर लें
पांच किलो के छोटे सिलेंडर को अब डिस्ट्री ब्यूटर के माध्यम से भी बेचा जाएगा। अगर कोई उपभोक्ता 14.2 किलो का बड़ा सिलेंडर नहीं लेना चाहता है तो वह साल में 3.6 छोटू सिलेंडर ले सकेगा।