
करीब आधी मिनट का ये वीडियो है, जिसमें दोनों लड़कियों के बैग कमर पर टंगे हैं और वे पार्क में लगी एक बैंच के सामने खड़ी हैं। दोनों बहनों का कहना है कि इन लड़कों ने उनके साथ छेड़खानी की थी। इसलिए उन्होंने उन्हें सबक सिखाया और ऐसे मनचलों को सुधारने का यही एक तरीका है।
दोनों बहनों का कहना है कि वे मात्र 19 साल की हैं और कई बार छेड़खानी का शिकार हो चुकी हैं। रोहतक के एक लड़के का तो वे माफ भी कर चुकी हैं, वरना वो जेल की हवा खाता।
आरती और पूजा का कहना है कि लड़कियां छेड़खानी को एक बार बर्दाश्त कर सकती हैं, दो बार बर्दाश्त कर सकती हैं, लेकिन हर बार बर्दाश्त करना बेवकूफी होगी। लड़कों को तो शर्म नहीं आती।
इधर स्थानीय लोगों का कहना है कि ये तो दोनों बहनों की आदत में शामिल है। आए दिन लोगों से झगड़ा किया करतीं हैं।