भोपाल। एक निर्दलीय प्रत्याशी नरेन्द्र पांडे को समर्थन दे रहे विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा के भाई गिरिजाशंकर शर्मा को अंतत: भाजपा ने विश्वासघाती करार देते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया। यह पहली बार हुआ है कि किसी नेता को निष्कासित करने की घोषणा आमसभा के दौरान की गई हो।
यह मामला गुरुवार दोपहर दो बजे होशंगाबाद में हुआ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने जब होशंगाबाद के पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा और 6 महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए डॉ. नरेंद्र पांडे को छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित करने की घोषणा की।
यह पोलिटिकल ड्रामा कुछ यूं चला कि, भाजपा से पूर्व विधायक रहे गिरजाशंकर शर्मा की स्थानीय निकाय में टिकट वितरण को लेकर जारी नाराजगी को खत्म करने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने होशंगाबाद पहुंचते ही उनसे 30 मिनट तक एक बंद कमरे में बातचीत की। इसके बाद वे बाहर आकर सभा को संबोधित करने लगे जहां भाजपा के अन्य नेताओं समेत 400 से अधिक कार्यकर्ता और जनता भी मौजूद थी।
इसी दौरान उन्होंने बताया कि अब गिरजाशंकर और डॉ. पांडे भाजपा में छह वर्ष तक शामिल नहीं है। मीडिया द्वारा सवाल करने पर श्री चौहान ने बताया कि मैंने शर्मा जी को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन वे हमारे स्थानीय प्रत्याशी और वर्तमान प्रत्याशी का लगातार विरोध कर निर्दलीय डॉ. पांडे का सर्मथन कर रहे थे।
कुछ दिन पहले ही गिरजाशंकर शर्मा ने बीजेपी के प्रत्याशी अखिलेश खंडेलवाल भाजपा से वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष की एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान बुराई की और निर्दलीय डॉ. पांडे को ही योग्य उम्मीदवार बताया।