नीमच। इन्दौर हाईकोर्ट में एक याचिका खरिज होने के बाद पैरवीकर्ता वकील की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मौत हार्टअटैक के कारण हुई। साथी वकीलों ने आरोप लगाया है कि न्यायालय में मिली तेज फटकार के कारण युवा वकील को हार्टअटैक आया था। इसी के चलते एक दिन की हड़ताल की गई।
इंदौर में अभिभाषक जितेंद्र शर्मा की संदिग्ध मौत के मामले में नीमच अभिभाषक संघ के सदस्यों ने हड़ताल की। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील जोशी ने बताया कि अभिभाषक जितेंद्र शर्मा हाईकोर्ट में किसी प्रकरण की पैरवी करने गए थे, इस दौरान जज ने उन्हें फटकार लगाई। इससे वकील शर्मा को संभवतः सदमा लगा और हार्टअटैक से उनकी मौत हो गई। इस घटना के सिलसिले में मप्र बार एसोसिएशन के आह्वान पर एक दिन की हड़ताल की गई। नीमच के अलावा जावद, मनासा न्यायालयों के अभिभाषक भी हड़ताल पर रहे।
इस याचिका पर हुई थी सुनवाई
चार्टर्ड अकाउंटेंट और टैक्स प्रैक्टिशनर्स द्वारा की जा रही वकालत के विरोध में हाई कोर्ट में दायर याचिका में जितेंद्र शर्मा पैरवीकर्ता थे। सोमवार को इस पर जस्टिस शर्मा की कोर्ट में सुनवाई हुई। याचिका में वैट व एडवोकेट एक्ट की धाराओं को संवैधानिक चुनौती नहीं दी गई थीए इसलिए इसे खारिज कर दिया गया।