भोपाल। अरेरा कालोनी और इसके आसपास रहने वालों के लिए नर्मदा अस्पताल जी का जंजाल बन गया है। इस अस्पताल में पार्किंग की सही व्यवस्था का ना होना सबसे बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। मरीजों के अंटेंडर सड़क पर खड़े होते हैं और यातायात को प्रभावित करते हैं।
भोपालसमाचार.कॉम को मिले एक ईमेल में बताया गया है कि नर्मदा अस्पताल के संचालक श्री राजेश शर्मा पहले होशंगाबाद के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हुआ करते थे, इसी दौरान इनका कनेक्शन मध्यप्रदेश के दवा माफिया से हुआ और देखते ही देखते श्री शर्मा करोड़ों के अस्पताल और तमाम संपत्तियों के मालिक बन गए हैं। श्री शर्मा के खिलाफ कई शिकायतें सरकारी विभागों की फइलों में जमा हैं परंतु राजनैतिक वरदहस्त के चलते धूल खा रहीं हैंं
पढ़िए यह ईमेल, क्या कुछ लिखा है इसमें:-
अरेरा कॉलोनी स्थित डॉक्टर श्री राजेश शर्मा द्वारा संचालित नर्मदा अस्पताल रहवासियों के लिए सिरदर्द बाद चुका है। आये दिन वहाँ पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं और आने जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, इन श्रीमान द्वारा पास के जिले होशंगाबाद में इस अस्पताल की एक शाखा और संचालित की जाती है और सूत्रों के अनुसार वहाँ से भोले भाले ग्रामीणों को मूर्ख बना कर भोपाल भिजवाया जाता है और मोटी रकम इलाज के नाम पर वसूल की जाती है। डॉक्टर साहब द्वारा सरकार की कई योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है जैसे जननी सुरक्षा योजना आदि। लोगों का कहना है कुछ वर्ष पूर्व डॉक्टर साहब एक पुरानी स्कूटर पर चला करते थे जब वे होशंगाबाद के सरकारी अस्पताल में पदस्थ थे किन्तु धन की लोलुपता उनको भोपाल खींच लाई और आज स्वयं मुख्यमंत्री का वरदहस्त उन पर है। यहाँ तक की स्वयं श्रीमती मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश डॉक्टर साहब के स्वास्थ्य केंद्र नर्मदा जिम में आती हैं, और जिम के कर्मचारी अन्य ग्राहकों से अभद्र व्यवहार करते पाए जाते हैं।
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