भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आस्था केन्द्र विदिशा के बाढ़वाले गणेश मंदिर में बीती रात चड्डी-बनियानधारी गिरोह ने डकैती डाल दी। डकैत यहां ड्यूटीरत एसएएफ जवान को घायल कर मंदिर में विराजित प्रतिमाओं से करीब ढाई किलो चांदी के जेवर लूट ले गए।
इस वारदात में गणेश प्रतिमा भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस मंदिर में डकैती की खबर लगते ही प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों में हड़कंप मच गया। मालूम हो कि यह मंदिर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की आस्था का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने ही इस मंदिर की स्थापना कराई थी।
जिला अस्पताल में भर्ती घायल जवान रोहित गुरू ने बताया कि शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात करीब डेढ़ बजे आधा दर्जन अज्ञात बदमाश मंदिर पहुुंचे। इनके हाथ में लाठी, राडें और पत्थर थे। वह उन बदमाशों से भिड़ गया। इस दौरान एक बदमाश ने उसके सिर पर राड मार दी। जिससे वह लहूलुहान होकर बेहोश हो गया।
सिविल लाइंस पुलिस ने बताया कि रोहित को बेहोश करने के बाद बदमाश मंदिर के ताले तोड़कर अंदर घुसे और प्रतिमाओं से जेवर उतार ले गए। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर एमबी ओझा और एसपी धर्मेद्र चौधरी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घायल एसएएफ जवान रोहित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने आसपास के इलाकों में बदमाशों को तलाशा किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मंदिर पुजारी परसराम चौबे ने बताया कि डकैत यहां से भगवान गणेश और रिद्धी-सिद्धी की प्रतिमाओं से जेवर लूट ले गए।
मंदिर में दिन भर लगी रही भीड़
इस वारदात की खबर शहर में आग की तरह फैली। जिस पर वहां दिन भर लोग आते-जाते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वारदात में गणेश प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचा है। इसलिए प्रशासन ने उस प्रतिमा को कपडे से ढंक दिया है। वहीं मंदिर के पट बंद रखे गए।
23 सदस्यीय जांच दल गठित
एसपी चौधरी ने बताया कि आईजी योगेश चौधरी के निर्देश पर आरोपियों को पकड़ने के लिए एडीशनल एसपी रायसिंह नरवरिया के नेतृत्व में 23 सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है। इस दल में सीएसपी नागेंद्र पटेरिया के अलावा शहर के दोनों थानों के टीआई, पांच एसआई और 14 पुलिस जवान शामिल हैं। चौधरी ने बताया कि इस दल को पांच भागों में बांटकर अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा गया है। जो बदमाशों का सुराग लगाने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा आसपास के जिलों की पुलिस से भी सहयोग के लिए कहा गया है। वहीं भोपाल क्राइम ब्रांच और विदिशा सायबर सेल का दल भी बदमाशों का सुराग लगाने में प्रयासरत है।
एफएसएल ने तलाशे सुराग
सिविल लाइंस टीआई केएस कल्चुरी ने बताया कि सुबह भोपाल से आए फारेसिक विशेषज्ञों ने मंदिर में बदमाशों के फिंगर प्रिंट सहित अन्य सुराग तलाशने के प्रयास किए। इसके अलावा पुलिस डॉग भी मौका मुआयना के बाद मंदिर के पास घूमकर रूक गया।
सीएम की पत्नी सहित आईजी, डीआईजी पहुंचे मंदिर
इस वारदात की जानकारी लेने के लिए आईजी योगेश चौधरी, डीआईजी आरएल प्रजापति के अलावा मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह भी मंदिर पहुंची। सुबह डीआईजी प्रजापति ने मंदिर और आसपास के क्षेत्रों का मुआयना कर वारदात की जानकारी ली। इसके बाद दोपहर में साधना सिंह मंदिर पहुंची। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से घटना की जानकारी ली। इसके बाद वे जिला अस्पताल पहुंची और घायल जवान रोहित से घटना के बारे में जानकारी ली। साथ ही उसके उपचार के संबंध में अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की। इधर, शाम को आईजी चौधरी ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उधर, धर्माधिकारी पं. गिरधर शास्त्री ने बताया कि मंदिर में बड़ी प्रतिमा की दुबारा प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए जयपुर से हूबहू वैसी ही प्रतिमा तैयार कराई जाएगी। तब तक छोटी प्रतिमा की पूजा होगी।
पथराव करते भागे बदमाश
एसपी चौधरी के मुताबिक जवान रोहित की चीखपुकार सुनकर रंगई गांव के कुछ लोग मंदिर तक पहुंच गए थे, लेकिन बदमाशों ने उन पर पथराव किया और पीछे के रास्ते से भाग निकले। उन्होंने बताया कि इस डकैती करीब ढाई लाख रूपए के जेवर ले गए।