भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह यूपी के मेरठ में एक सभा के दौरान भाजपाईयों से घिर गए। भाजपाईयों ने उनकी सभा बिफल की, काले झंडे दिखाए और हंगामा किया। दिग्गी भी भड़क उठे, उन्होंने उपद्रवियों को दंगाई करार दिया और मामला दर्ज करने की मांग की।
मेरठ के सलावा गांव में भाजपा से प्रस्तावित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को सबसे बड़ा झूठा कहने पर हंगामा हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी के समर्थन में हंगामा किया और मोदी को झूठा कहने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा के झंडे और काली टीशर्ट निकालकर हवा में लहराई। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ा।
मेरठ की इस चुनावी सभा में दिग्विजय सिंह ने मोबाइल क्रांति की बात करते हुए लोगों से पूछा कि जिनके पास मोबाइल हैं, वह हाथ उठाएं। इस दौरान पीछे खड़े लोगों ने हाथ नहीं उठाए तो उनसे पूछा कि आपके पास मोबाइल नहीं है। उन लोगों ने मना कर दिया। जिस पर दिग्विजय सिंह ने कहा 'ये झूठ बोल रहे हैं, ये मोदी के चेले हैं। इन लोगों ने मुजफ्फरनगर में दंगे कराए। नरेंद्र मोदी सबसे बड़े झूठ बोलने वाले हैं। ओलंपिक में झूठ बोलने का मेडल नरेंद्र मोदी जीत सकते हैं। इस पर कुछ लोग भड़क गए और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।
सीओ बले सिंह, थाना प्रभारी प्रदीप त्रिपाठी ने हंगामा कर रहे लोगों को मौके से खदेड़ा। दिग्विजय सिंह ने इसी सभा मंच से हंगामा कर रहे लोगों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर डाली।
विधायक संगीत सोम पर फर्जी वीडियो चलाकर मुजफ्फरनगर दंगे भड़काने का आरोप लगाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा ऐसे लोगों को सम्मानित करती है। नरेंद्र मोदी धोखा देने वाले व्यक्ति है। उन्होंने आडवाणी को धोखा दिया। जसवंत सिंह को धोखा दिया। एक दिन राजनाथ सिंह को भी किनारे कर देंगे।