भोपाल। लोकसभा चुनाव की ट्रेनिंग के लिए रविवार को एनआईटीटीटीआर पहुंचे कर्मचारियों ने वहां कुर्सियों में तोडफ़ोड़ कर दी और कई कुर्सियों के गद्दे निकाल दिए। इसके अलावा कारपेट भी फाड़ दिया और एलसीडी स्क्रीन को भी नुकसान पहुंचाया। संस्थान डायरेक्टर ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।
उनका कहना है कि चुनाव ट्रेनिंग के लिए आए कर्मचारियों ने करीब पांच लाख रुपए का नुकसान किया। इस सेंटर में चुनाव ट्रेनिंग के प्रभारी एसडीएम अविनाश तिवारी का कहना है कि चुनाव ट्रेनिंग के लिए आए कर्मचारियों ने कोई तोडफ़ोड़ नहीं की। वे पूरे समय वहां मौजूद थे।
एनआईटीटीटीआर के डायरेक्टर विजय अग्रवाल ने बताया कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जब उनका स्टॉफ अगले दिन के कार्यक्रम की तैयारी के लिए ऑडिटोरियम पहुंचा तो वहां 30 से ज्यादा कुर्सियां टूटी पाई गईं।
अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रशिक्षण कार्य में लगे अधिकारियों से की तो उन्होंने भी बात अनसुनी कर दी।
अग्रवाल ने इसकी शिकायत कलेक्टर के अलावा चुनाव आयोग से भी की है। शिकायत के साथ उन्होंने ऑडिटोरियम के फोटोग्राफ भी भेजे हैं। अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव की ट्रेनिंग के दौरान भी कर्मचारियों ने वहां तोडफ़ोड़ की थी। देर रात अग्रवाल ने फोन पर बताया कि संस्थान में कोई तोडफ़ोड़ नहीं हुई है।
पीआरओ ने बदला बयान
पहले तो एनआईटीटीटीआर के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. पीके पुरोहित ने संस्थान के लेटरहेड पर प्रेस रिलीज जारी कर घटना की जानकारी दी। इसमें कहा गया कि चुनाव प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने उत्पात मचाया। देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति में पुरोहित ने कहा कि संस्थान में हुए नुकसान में जिला प्रशासन का कोई हस्तक्षेप नहीं है। पूर्व में जारी की गई विज्ञप्ति को निरस्त माना जाए।