उपदेश अवस्थी/भोपाल। मध्यप्रदेश में नित नए घोटालों का खुलासा हो रहा है। कई बार तो ऐसे ऐसे घोटाले सामने आते हैं जो इससे पहले कभी सुनने को ही नहीं मिले। आखिर मध्यप्रदेश नवाचारों का प्रदेश जो हो गया है। अब एक नए मुआवजा घोटाले की तैयारियां की जा रहीं हैं।
इधर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय ज्यादा से ज्यादा राहत राशी जुटाने के लिए उठापटक कर रहे हैं। केन्द्र से लड़ रहे हैं। खुद अपना ही मध्यप्रदेश बंद करने निकल पड़े हैं। भाजपा के सांसद और विधायक अपना एक दिन का वेतन किसान राहत में दान कर रहे हैं। आईएएस अफसरों ने भी दान देने की घोषणा कर दी है। अब और कौन कौन देगा यह समय ही बताएगा परंतु यह स्पष्ट हो रहा है कि पीड़ित किसानों तक ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की तैयारियां की जा रहीं हैंं।
उधर एक पूरा का पूरा रैकेट एक्टिव हो गया है। फर्जी पीड़ितों की लिस्टें तैयार की जा रहीं हैं। अपनी विचारधारा के समर्थक किसान के खेत भले ही खाली पड़े रह गए हों परंतु उसके हाथ तक राहत पहुंचे इसके प्रबंधन किए जा रहे हैं। लिस्ट में कई ऐसे नामों को शामिल करने का उपक्रम चल रहा है जिन्होंने जन्म ही नहीं लिया।
शुरूआत राजधानी से हो गई है। गांव तक पहुंचते पहुंचते इसमें कितने नवाचार होंगे, फिलहाल कहा नहीं जा सकता परंतु हां इतना जरूर कहा जा सकता है कि शिवराज सिंह चौहान, बड़ी राहत राशि लाए बिना मानने वाले नहीं हैं और उनकी राहत का बंटाडार होना भी सुनिश्चित हो गया है।
बाद में करते रहिएगा, जांच और गिरफ्तारियां।