भोपाल। संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के अपने वादे से शिवराज सिंह चौहान पूरी तरह से पलट गए। विधानसभा सदन के भीतर उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कोई वादा नहीं किया और ना ही इस दिशा में कोई काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी संविदा कर्मियों को नियमित करने की शासन की कोई नीति नहीं है। सरकार की ओर से इस तरह का पूर्व में कोई आश्वासन भी नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह बात विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के संविदा कर्मियों के नियमितीकरण किए जाने के बारे में नीति स्पष्ट करने पर कही।
इससे पहले विधायक कमलेश्वर पटेल ने मामला उठाते हुए कहा कि भाजपा का चुनावी वादा था कि संविदा कर्मियों को नियमित किया जाएगा। इस पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सभी संविदा कर्मियों को नियमित किए जाने का कभी कोई वादा नहीं किया। इतना जरूर है कि संविदा पर काम कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों की सेवाएं सुरक्षित हैं।
बगैर कोई उचित कारण के सेवाएं समाप्त करने का प्रश्न ही नहीं उठता। भार्गव ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि नरयावली विधानसभा में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में स्वीकृत सड़कों का निर्माण बारिश के पूर्व करा लिया जाएगा। विधायक प्रदीप लारिया का कहना था कि घटिया सड़कें बन रही हैं।