भोपाल। बोर्ड परीक्षाओं में यदि कोई विद्यार्थी नकल करते पकड़ा जाता है, तो उसकी परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी। हालांकि माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर इस बार नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी भी कराएगा, लेकिन फिर भी नकलची पकड़ा जाता है, तो उसको परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 3 मार्च व 1 मार्च से शुरू हो जाएंगी। दोनों परीक्षाओं के लिए राजधानी में 109 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से पांच संवेदनशील और 13 अति संवेदनशील हैं, जिन पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दोनों परीक्षाओं में जिले से क्रमश: 34,132 और 25, 357 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा सुबह 8.30 बजे से 11.30 बजे तक आयोजित होगी। मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में दो साल पहले के नियम लागू किए गए हैं।
दरअसल, चार वर्ष पहले तत्कालीन अध्यक्ष राकेश बंसल ने एक नियम बना दिया था। इसके अनुसार सामूहिक नकल या व्यक्तिगत नकल मिलने पर नकलची छात्र की पूरी कॉपी चेक की जा रही थी और कॉपी चेक होने के बाद नकलची छात्र को जितने अंक मिलते थे, उसका चालीस फीसद काटकर बचे अंक दिए जा रहे थे, लेकिन इससे नकल करने के बाद भी छात्र पास होने लगे।
इस खामी को दूर करने के लिए दो साल पहले तत्कालीन सचिव केदार शर्मा ने उक्त नियम को बदल दिया था, जिसमें नकल करने वाले छात्रों की परीक्षा निरस्त करने का प्रावधान था, लेकिन शासन ने विद्यार्थियों की कापी चैक होने के बाद धारा 9 (4) के तहत उक्त आदेश को बदल दिया। इससे नकलची विद्यार्थी पास हो गए थे। अब इस बार फिर परीक्षाओं में पुराने नियम के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।