रायसेन। सोमवार को मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टोरेट परिसर के बाहर धरना देकर विरोध जताया। प्रदर्शन के समापन पर कर्मचारियों ने संयुक्त कलेक्टर ओपी सोनी को ज्ञापन दिया।
मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कर्मचारियों ने १९ सूत्रीय समस्याओं का निराकरण कराने की मांग की है। इसके पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी के आव्हान पर ७ फरवरी तक विभिन्न ब्लाकों एवं तहसीलों में ज्ञापन दिए गए थे।
ज्ञापन में कहा गया है कि कर्मचारियों को 10, 20, 28 वर्ष पूर्ण होने पर न्यूनतम तीन वेतनवृद्धि का आदेश दिया जाए। इसके साथ ही अग्रवाल वेतन आयोग के अनुशंसा के अनुसार कार्यभारित कर्मचारियों को नियमित कर क्रमोन्नति, समयमान, अनुकपा नियुक्ति का लाभ दिया जाए। इसके अलावा सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत महंगाई भत्ता मूल वेतन में जोड़ा जाए तथा कर्मचारियों के हित में आयोग का गठन किया जाए।
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। कर्मचारियों द्वारा इस तरह की 19 सूत्रीय मांगें की गई हैं। संघ के अध्यक्ष मुरारीलाल सोनी ने संयुक्त कलेक्टर को बताया कि लंबे समय से कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया जाता है तो कर्मचारी उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस अवसर पर संघ के जिलाध्यक्ष मुरारीलाल सोनी, जिला सचिव हेमंत श्रीवास्तव, हरिओम पाठक, रमेश गौर, ओपी तिवारी, अरविंद राय, शिवराज रघुवंशी, राहत बेग, योगेश नवले, मोहर सिंह, नवीन विश्वकर्मा, आरडी रघुवंशी, दीनदयाल धाकड़, मनोहर राजपूत, मतीन खान, लालजी राम सराठे, अरविंद राय, कला शर्मा, बृजेश सक्सेना, हरिशंकर किरार सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।