ग्वालियर समाचार: सिंधिया के पीए से मिलने गए प्रॉपर्टी डीलर और छात्र की हत्या

ग्वालियर। नगर के आदित्यपुरम से लापता प्रोपर्टी डीलर राहुल शर्मा और उसके साथी बी-फार्मा छात्र शिवम बरूआ का शव मुरैना जिले में सिकरौदा पुलिया के पास मुरैना अम्बाह नहर में पड़ा मिला। दोनों के सिर में गोली मारकर हत्या की गई थी।

दोनों मृतक भिंड के रहने वाले थे 22 दिसंबर रात 8 बजे से लापता था उनकी कार दतिया के सेंवढ़ा इलाके में लावारिस खड़ी मिली थी। राहुल के भाई अरविंद शर्मा ने बताया कि राहुल ने फोन से बताया था कि वह केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पीए रमेश शर्मा से मिलने जा रहे हैं, इसके बाद वह उनसे मिले भी हैं उसके बाद उनका मोबाइल स्विचआफ हो गया।

हत्या से गुस्साए लोगों ने परिजनों और रिश्तेदारों से मिलकर ग्वालियर भिंड रोड़ पर जाम लगा दिया। उन्होंने पुलिस पर निष्क्रियता और समय रहते निर्णय न ले पाने का आरोप लगाया। पुलिस अब महाराजपुरा से लेकर ठाठीपुर और सेंवढ़ा से लेकर मुरैना तक की कड़ी जोड़ने का प्रयास कर रही है।

डबल मर्डर के मामले में राहुल के भाई ने केन्द्रीय राज्य मंत्री के निज सहायक का नाम लेकर सबको हैरानी में डाल दिया है, पुलिस अब प्रोपर्टी के धंधे में रमेश शर्मा की भूमि का पता लगाने में जुट गई है। संदिग्ध लोगों के मोबाइल डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं।

मिशन 272 प्लस: नरेन्द्रसिंह तोमर का कद बढ़ा, भाजपाई खुश

ग्वालियर। दिल्ली में हुई चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को पार्टी के मिशन 272 प्लस को साकार करने के लिये मोदी फोर पीएम लक्ष्य के लिए कामों के देखरेख का जिम्मा पूरे देश का सौंपने पर भाजपाई भारी खुश हैं, कुछ लोगों ने मिठाई बांटकर व आतिशवाजी चलाकर खुशी प्रकट की। ग्वालियर निवासी नरेन्द्र सिंह तोमर का कद पार्टी में बढ़ने से उनके समर्थक एवं जुड़े लोग भारी खुश हैं, भाजपा की दिल्ली में हुई बैठक में जब नरेन्द्र सिंह तोमर ने प्रदेश में हुई भाजपा की जीत में संगठनात्मक पहलुओं का बिन्दुबार प्रजेंटेशन दिया तो वरिष्ठ नेतृत्व राजनाथ सिंह और नरेन्द्र मोदी तथा अन्य लोगों ने सराहना करते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंप दी। संगठनात्मक स्तर पर कहां चूक हो रही है, इसकी समीक्षा श्री तोमर करेंगे।

मांगें नहीं मानी तो मागूंगा आत्महत्या की अनुमति

डबरा। राज्य शासन ने मांझी समाज विरोधी आदेश 11 नवंबर 2005 को तत्काल निरस्त नहीं किया तो नई संसद के प्रारंभ होने पर श्रीमान राष्ट्रपति महोदय और प्रधानमंत्री महोदय से फांसी पर झूलने की अनुमति मांगने दिल्ली जाऊँगा और उनसे पूंछूंगा कि मैं मांझी हूं तो मेरा बच्चा किस जाति का होगा ?

यह बात ज्ञानीराम समाज सेवी संस्था के संस्थापक बाबा मीरा रघु केवट ने पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से कही। रघु केवट ने पत्रकारों को बताया कि सरकार मुझे तो मांझी मानती है लेकिन मेरे बेटे को मांझी नहीं मानती, इस संबंध में अनेक विभागों के अधिकारियों के पास गुहार लेकर गया तब भी मुझे इस बात का जबाब नहीं मिला। अगर इस बात का जबाब नहीं मिला तो संसद प्रारंभ होने से पूर्व फांसी पर लटकने की अनुमति राष्ट्रपति से मागूंगा। इसके अलावा 21 सूत्रीय मांगें अनुविभागीय अधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान को प्रेषित की हैं, जिसमें नाॅन नदी पर स्टाॅप डेम, तीन पंचायतों में पानी की टंकियों का निर्माण, चार ग्राम पंचायतों के रपटों की ऊँचाई 5 फुट बढ़ाने, 10किमी. क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को नगर पालिका डबरा में शामिल करने, 5 ग्राम पंचायतों मंे मुक्तिधामों को निर्माण कराने, धूमेश्वर महादेव मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित करने, गोराघाट, लांच के बीच शुगर मिल का निर्माण कराने, बड़ैरा, सरनागत फूटे तालाब की मरम्मत कराने, डबरा शुगर मिल को पुनः प्रारंभ करने, नगर में सीवर लाइन तत्काल डलवाने, भितरवार पारवती नदी पर स्टाॅप डेम बनवाने, प्रदेश की नदियों के दोनों किनारों पर फलदार वृक्ष लगाये जाने, किसान द्वारा दान की गई भूमि पर किसान के नाम की पट्टिका लगाई जाने, सिंध सरिता श्रीराम केवट घाट के लिए राशि स्वीकृत करने, क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में बच्चों के लिये खेल ग्राउंड बनाये जाने आदि की मांग ज्ञापन में की है।

विधवा आदिवासी की जमीन धोखाधड़ी से बेचने पर मामला दर्ज

ग्वालियर। विधवा आदिवासी की 14 बीघा जमींन ढाई साल पूर्व दाल बाजार निवासी विवेक पुत्र बालकिशन जैन से शिवपुरी लिंक रोड़ स्थित जमींन का सौदाकर एडवांस 25 लाख रूपये लेने वाले दीपक और उम्मेद सिंह के विरूद्ध पुलिस ने मामले की जांच के बाद धारा 420 और 34 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। पता चला है कि उक्त जमींन उम्मेद और दीपक की न होकर सज्जू पत्नी स्व. छत्तूराम आदिवासी निवासी मजरा पिपरिया चक ग्राम चीनोर तहसील भितरवार की है सज्जू बाई ने उक्त जमींन दाल बाजार के किसी दूसरे व्यापारी को एग्रीमेंट भी किया है। विवेक जैन द्वारा एग्रीमेंट के आधार पर विक्रय पत्र पंजीयन की बात कही तो दोनों बहाने बनाने लगे, इस पर विवेक ने पुलिस की शरण ली जांच के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। इसी तरह के एक अन्य सौदे में महाराजपुरा क्षेत्र में अनुपम नगर निवासी शिक्षिका कमलेश सिंह पत्नी डाॅ0 अशोकसिंह ने वर्ष 2010 में महाराजपुरा में सर्वे क्रं. 591 में ओमवीर सिंह धांकरे से प्लाट खरीदा था। दो बार में 4 लाख रूपये दिये। दूर से खेत दिखा दिये महिला ने कलेक्टर और तहसीलदार तथा अन्य अधिकारियों को शिकायत की है कलेक्टर ने महाराजपुर थाने को कार्यवाही के लिये लिखा है। उक्त सर्वे नं. का कोई प्लाट महाराजपुर में नहीं होना बताया जाता।

जूनियर गार्ड पेंसीजर, सीनियर चला रहे मालगाड़ी

ग्वालियर। रेलवे प्रबंधन सुरक्षा को ताक पर रखकर जूनियर गार्ड से यात्री गाडि़यां तथा सीनियर से माल गाड़ी चलवा रहा है, जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है। और तो और गार्डों की कमीं के चलते झांसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के मौखिक आदेश से प्वांइट्समेंन मालगाड़ी चला रहे हैं, पिछले दिनों एक प्वाइंट्समेंन को मालगाड़ी लेकर मालनपुर तक जाने के मौखिक आदेश देने पर उसने प्रबंधन से लिखित में आदेश मांगा तो वरिष्ठ अधिकारियों ने इंकार कर दिया। इसके बाद दूसरे प्वांट्समेंन को मालनपुर मालगाड़ी ले जाने के आदेश दिये गये, इस नीति से कभी भी दुर्घटना हो सकती है।

केजरीवाल ने किया जनआंदोलन को कमजोर: सुनीलम

ग्वालियर। आजादी के बाद से लगातार जनआंदोलन हो रहे हैं, इनमें से कुछ आंदोलनों ने विधायक, सांसद, सरकारों की उत्पत्ति की है इस बीच अरविंद केजरीबाल जैसे नेताओं ने जन आंदोलनों को कमजोर किया है फिर भी जन आंदोलनों की जरूरत बढ़ती जा रही है यह बात किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 सुनीलम् ने जन आंदोलन के उत्थान एवं पतन के सबक विषय पर आयोजित संगोष्टि में कहीं अरविंद केजरीबाल द्वारा राजनैतिक दल का गठन करने से जन आंदोलनों की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगा है, बृजेन्द्र तिवारी, रोहित गुप्ता, पूरनसिंह राठौर, पारश मिश्रा, अशोक बघेल, उमेश उप्पल, चन्द्रमणी मिश्रा, मनोज कुशवाह, विजय आदि ने भी संबोधित किया।

8 करोड़ ब्लैक में बिकती हैं, मेले की दुकानें, हुआ खुलासा

ग्वालियर। ग्वालियर मेले में दुकानें सजने से पहले दुकानों की दलाली से 8 करोड़ का गोलमाल हो जाता है, पिछले कुछ वर्षों से दुकानें किसी के नाम से बिकती हैं, लगाता कोई और है, दुकानों का सरकारी न्यूनतम रेट 2750 से 11500 रू. है। जबकि दुकानें 50 हजार से डेढ़ लाख रूपये में खुलेआम बेच दी जाती हैं, संभाग आयुक्त केके खरे को इस बारे में जब पत्रकारों ने जानकारी दी तो वे हैरान रह गये। करीब 1500 मेले में स्थाई दुकानें हैं, अस्थाई दुकानें 200 हैं, 27 छत्रियां हैं, इनमें से 1,4,5,6,10,11,12 क्रमांक छत्री के पास प्राइम लोकेशन होने के कारण सभी दुकानदार दुकान लगाना चाहते हैं, कई सालों से चल रहे इस धंधे के बारे में दुकानदारों से और विभाग के चपरासी से दुकानदार बनकर बात करने पर यह खुलासा हुआ कि कई सालों से ब्लैक में दुकानों का बिकना खरीदना चल रहा है, इसमें हर स्तर के लोगों और मनोनीत लोगों का भी हिस्सा होने की खबर है, नये व्यक्ति के लिये दुकान लेना मुश्किल होता है, दुकानों के बटवारे में किसी तरह की लाटरी या नीलामी सिस्टम नहीं अपनाया जाता है, जिसकी सेटिंग होती है, उसे दुकान मिल जाती है।

बिजली बनाने के लिये छोड़े जा रहे पानी से जा रही जान

ग्वालियर। मड़ीखेड़ा डेम से बिजली बनाने के लिये छोड़ा जा रहा पानी पिछले दो माह में आसपास के गांवों के पांच युवकों की मौत का कारण बन चुका है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर तक ग्रामीणों ने कई बार गुहार लगाई है, लेकिन सुनवाई नही हो रही है, इसी डेम से छोड़े गये पानी से करीब 7 वर्ष पूर्व रतनगढ़ माता मंदिर एवं करीब दो माह पूर्व उसी जगह पर 117 करीब श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। रतनगढ़ मंदिर पर पिछलीबार जो हादसा हुआ था, उसमें इसी डेम से पानी छोड़ना बताया गया था। इस बार भी मेले के समय पानी छोड़ा गया था यदि पानी नहीं छोड़ा जाता तो बहाव कम होने से इतनी जनहानि नहीं होती ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, कलेक्टर आदि को इसके बारे में लिखा है, कलेक्टर शिवपुरी आर.के. जैन का कहना है कि मामला मेेरे संज्ञान में आया है, अधिकारियों को बुलाकर जो भी हल होगा। हम उसका निपटारा करने का प्रयास करेंगे।

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