भोपाल। इन्दौर से शुरू हुए हिन्दी अखबार दबंग दुनिया के पत्रकारों ने प्रबंधन के खिलाफ लामबंदी शुरू कर दी है। उनका विरोध नई एचआर पॉलिसी से है जिसमें उन्हें सुबह 10.30 बजे आफिस आने का आदेश दिया गया है।
दबंग दुनिया के एक पत्रकार ने अपना दर्द बयां करते हुए एक मीडिया ब्लॉग पर लिखा है कि
इंदौर का प्रतिष्ठित अखबार जब भोपाल लांच हुआ तब रिपोर्टर या अन्य कर्मचारियों को ज्वाइन करवाते समय कम सेलरी पर इस आश्वासन के साथ रखा गया था कि अखबार के छ: माह पूरे होने के साथ ही मांगी गई सेलरी प्रदान की जाएगी अथवा सेलरी काम देखने के हिसाब से बढ़ा दी जाएगी। इसके अलावा काम अच्छा हुआ तो इसके लिए अतिरिक्त पेंमेंट भी दिया जाएगा। लेकिन डेढ़ साल होने के बाद भी सेलरी बढ़ाने की बात तो दूर ना ही बोनस मिला न ही अवकाश।
इन डेढ़ सालों में दबंग में काम कर रहे रिपोटर्स व अन्य का सिर्फ शोषण हुआ है। बीते सप्ताह परिस्थितियां और गंभीर हो गई। मैनेजमेंट में एक नई एचआर आईं जिन्होंने रिपोर्टरों पर तानाशाही शासन लगा दिया। सुबह 10.30 के बाद कोई व्यक्ति अगर ऑफिस में प्रवेश करता है तो उसकी आधी सेलरी काट ली जाएगी। साथ ही मानवीय संवेदनाए भी खत्म कर दी गई है। बीते दिनों एक सीनियर रिपोर्टर के घर किसी की मृत्यु हो जाने के कारण चार दिन घर पर रहने से उनकी भी चार दिन की सेलरी काट ली गई है। एसा ही जूनियर रिपोर्टरों के साथ भी किया गया।
दबंग के सारे रिपोर्टर दबंग से एकसाथ बाईकाट करने की तैयारी कर रहे है। गौरतलब है कि सभी रिपोटर्स देर रात 12 बजे तक काम करते है। इसके बाद भी सुबह आने का यह फरमान गले नहीं उतर रहा है। जबकि पूर्व मीटिंग में 11 बजे का समय नियत किया गया था।