भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी नयी पारी के पहले मंत्रीमंडल का विस्तार करते हुए 23 मंत्रियों के नामो पर मोहर लगायी, जिनमे कई पूर्व मंत्री और कई नए चेहरे देखने को मिले।
इस मंत्रीमंडल के विस्तार में अनुभवी चेहरों को जगह देने के साथ-साथ जाति व क्षेत्रीय संतुलन को भी साधने की कोशिश की गई है। भले ही मंत्रीमंडल का आकार कुछ छोटा हो पर इसमें लोकसभा चुनावो की रणनीति की झलक भी देखने को मिलती है। इनमें 19 कैबीनेट मंत्री और चार राज्य मंत्री हैं।
राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल रामनरेश यादव ने इन मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जिन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है उनमें बाबूलाल गौर, जयंत मलैया, गोपाल भार्गव, गौरीशंकर शेजवार, कैलाश विजयवर्गीय, सरताज सिंह, डॉ। नरोत्तम मिश्रा, कुंवर विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, उमाशंकर गुप्ता, कुसुम मेहदेले, यशोधरा राजे सिंधिया, पारस जैन, राजेन्द्र शुक्ल, अंतर सिंह आर्य, रामपाल सिंह, ज्ञान सिंह, माया सिंह, और भूपेन्द्र सिंह हैं।
जिन मंत्रियों ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है, उनमें दीपक जोशी, लालसिंह आर्य, शरद जैन और सुरेन्द्र पटवा हैं। शिवराज मंत्रिमंडल में इस बार तीन महिला मंत्रियों को स्थान दिया गया है, जिनमें यशोधरा राजे सिंधिया, माया सिंह और कुसुम मेहदेले हैं, जबकि पिछले मंत्रिमंडल में अर्चना चिटनीस और रंजना बघेल को शामिल किया गया था लेकिन इस बार दोनों को शामिल नहीं किया गया है।
मंत्रिमंडल में ज्ञान सिंह, भूपेन्द्र सिंह और माया सिंह के अलावा चारों राज्य मंत्री ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्रिमडल में स्थान मिला है जबकि गौरीशंकर शेजवार, कुसुम मेहदेले, यशोधरा राजे सिंधिया, रामपाल सिंह पूर्व में मंत्री रह चुके हैं लेकिन वे पिछले मंत्रिमंडल में शामिल नहीं थे। मंत्रिमंडल में विधान सभा चुनाव जीतने वाले तीन सांसदों यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर, भूपेन्द्र सिंह सागर और माया सिंह राज्य सभा सदस्य को भी शामिल किया गया है।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, कप्तान सिंह सोलंकी, पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा, कैलाश जोशी सहित बडी संख्या में विधायक और सांसद मौजूद थे।