भोपाल। भारत चुनाव आयोग तथा उनकी मप्र स्थित अधिकृत एजेन्सी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय चुनाव आचार संहिता के ब्यौरे पारदर्शी तरीके से रखने में विफल है वह भी तब जबकि उसके द्वारा निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव हेतु हर कदम पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
दरअसल आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में कभी भी इन चुनाव एजेन्सियों द्वारा यह नहीं बताया जाता है कि दिनप्रतिदिन कितनी शिकायतें आईं और उन पर क्या कार्यवाही की गई। इस हेतु उसने कम्प्यूटर-इंटरनेट में आनलाईन ब्यौरा रखने की जहमत भी नहीं उठाई है।