ऐसा क्या किया था जो बेटे ने उसके टुकड़े टुकड़े करके फैंक दिया

प्रवीण सोनी/बड़वानी। वर्ष 2006 में आरोपी के पिता ने उसकी मां को जिन्दा जलाकार मार दिया था।  मां कि हत्या से रंजीश पाले बैठे बेटे ने 7 साल बाद मां कि मौत का बदला पिता कि हत्या कर चुकता कर दिया।

रविवार को पाटी पुलिस ने थाना प्रभारी अमित भाबोर ने बोकराटा से बरामद मानव अंगो में अंधे कत्ल कि गुत्थी सुलझाते हुए। यह खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी माया उर्फ  महेश ने 22 अगस्त को पिता कि पत्थर से सीर कुचलकर  बेरहमी से हत्या कर लाश बोकराटा जंगल में फेक दी। जहा जंगली जानवरों ने उसे क्षत विक्षत कर दिया।

3 सितंबर को पुलिस ने बोकराटा से हाथ पैर और खोपड़ी के  टुकडे बरामद कर मर्ग कायम किया। और जाच मुतक गोपाल कि गुमशुदगी कि बात सामने आई पुलिस ने  इस बीच आरोपी कि पत्नी से पुछताछ कि तो महत्वपुर्ण  सुराग सामने आया बाद में फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लाश बरामद कर पोस्ट मार्टम कराया गया। जिसमें हत्या कि बात सामने आई। पीएम रिपोर्ट के मुताबीत पत्थर जैसी किसी चीज के सीर पर वार से  खोपडी के  टुकडे होने कि पुष्टी हुई। 

जिस पर पुलिस ने आस पास के क्षेत्रों में सधन पुछ ताछ कि जिससे मुतक के बडे पुत्र और ग्रामीणों ने १५ - २० दिन से ५०  वर्षीय गोपाल पिता जामनिया कि गुमशुदगी कि आंशका जताई। बाद में पुलिस ने मानव अंगो से बरामद वस्त्र और बीडी चिलम दिखाकर परीजनों में म्रतक गोपाल कि शिनाख्त  कि साथ ही इस बात कि पुष्टी हुई कि म्रतक पिछले माह आरोपी कि साथ बोरलाय से पिपरकुंड  नवाई त्यौहार मनाने आया था किंतू   १५- २० दिन  बाद भी उसका कोई अतापता  नही था इस पर पुलिस ने आरोपी कि पत्नी से पुछताछ कि जिससे पुरा मामला सामने आ गया। पुलिस ने फरार आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने कि बात कही।


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