भोपाल। मौलाना आजाद प्रौघोगिकी संस्थान (मैनिट) में हाल ही में हुए पीएचडी में गड़बड़ी को लेकर शुक्रवार को हुई बोर्ड आफ गवर्नेंस की बैठक में मुद्दा उठा।
सूत्रों के मुताबिक बीओजी चेयरमैन डॉ. जीके मेहता ने मैनिट प्रबंधन से इस मामले में बरती गई लापरवाही के चलते दो सप्ताह में जवाब मांगा है। इधर, मैनिट के डायरेक्टर डॉ. अप्पु कुट्टन केके ने बताया कि बैठक में एक अहम मुददे पर अकादमिक कैलेंडर में सुधारकर क्वालिटीयुक्त बनाने पर जोर देंगे।
सूत्रों के मुताबिक बीओजी की इस बैठक में टीचिंग स्टाफ व नॉन टीचिंग स्टाफ भर्ती प्रक्रिया का मुद्दा रखा। इस मैनिट प्रबंधन स्टाफ की कमी व इसके कारण गुणवत्ता प्रभावित होने का तर्क व्यक्त किया। मैनिट प्रबंधन को इस संबंध में मंजूरी मिल गई है। करीब 60 प्रोफेसरों के अलावा करीब 25 पद नॉन टीचिंग स्टाफ के भरे जाएंगे। इस संबंध मैनिट जल्द ही विज्ञापन जारी करेगा। बैठक में जिन बिन्दुओं को मंजूरी मिली है उसकी रिपोर्ट एमएचआरडी के सुपुर्द की जाएगी।
31 अगस्त को दीक्षांत समारोह
डॉ. अप्पूकुट्टन केके के मुताबिक बीओजी बैठक में सबसे अधिक ध्यान अकादमिक कैलेंडर सही से लागू करने पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि वहीं बीओजी बैठक में दीक्षांत समारोह का आयोजित करने पर मोहर लगा दी है। इसके चलते इस बार मैनिट अपना दीक्षांत समारोह 31 अगस्त को आयोजित करेगा।