भोपाल। अपने नौकर के यौन शोषण के आरोप में जेल की हवा खा रहे मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की जमानत याचिका पर आधा दर्जन लोगों ने आपत्ति पेश कर दी हैं। इधर राघवजी के समर्थकों ने भी उनसे किनारा कर लिया है। जेल में पूरा दिन बीत गया परंतु उनसे मिलने परिंदा भी नही पहुंचा।
अपर सत्र न्यायाधीश संजीव कालगांवकर की अदालत में राघवजी की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई होनी थी, इससे पहले ही अदालत में आधा दर्जन आपत्तियां लगा दी गईं। अब इन सभी याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
राघवजी पर आरोप लगाने वाला उनका नौकर राजकुमार दांगी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा, गोपाल बाजपेयी, सुदामा यादव, सिद्धार्थ गुप्ता और यावर खान ने अदालत से उनकी आपत्तियां भी सुने जाने का निवेदन किया है। अदालत ने गुरुवार को जमानत पर दोनों पक्षों की अंतिम बहस नियत की है।
फरियादी राजकुमार दांगी की ओर से पेश लिखित आपत्ति में कहा गया है कि राघवजी ने उसे नौकरी दिलाने के बहाने उसका यौन शोषण करना शुरू कर दिया। विरोध करने पर अपने रुतबे और प्रभाव का डर दिखाकर चुप रहने को कहा। प्रताड़ना से तंग आकर उसने यह बात मौखिक रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बताई थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद उसने राघवजी के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए सीडी बनवाई थी। आपत्ति में मुख्यमंत्री चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने हबीबगंज थाने से सीडी अपने शासकीय आवास में मंगाई थी। चौहान और तोमर ने यह कार्य अपने क्षेत्राधिकार से बाहर आकर किया और उसे सीडी से छेड़छाड़ की भी आशंका है।
अपने हालात पर फफक पड़े राघवजी
जीवन भर राजसी ठाट भोगने वाले पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की रात जेल के बैरक में करवटें बदलते गुजरी। मच्छरों की भिनभिनाहट के बीच उन्होंने साथी बंदियों से आपबीती भी शेयर की। इस दौरान वह फफक भी पड़े। जेल प्रशासन के मुताबिक राघवजी का स्वास्थ्य बेहतर है। नौकर राजकुमार दांगी का यौन शोषण करने के आरोप में मंगलवार को राघवजी को सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। पार्टी में रसूख रखने वाले राघवजी के सीखचों के पीछे पहुंचते ही लोगों ने उनसे किनारा कर लिया है। बुधवार को दिनभर में उनसे मिलने सिर्फ उनकी बेटी सपना व परिवार के तीन लोग पहुंचे।