भोपाल। भले ही मध्यप्रदेश में सपा नोटिस लिए जाने की पोजीशन में भी नहीं है बावजूद इसके चुनाव शुरु होने से पहले ही समाजवादी पार्टी में सिर फुटौव्वल शुरु हो गई है। 25 नामों वाली सपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होते ही विरोध शुरु हो गया है। इस सूची को निरस्त कराने के लिए सपाईयो ने पहले लखनऊ पहुंच कर नाराजगी जताई और फिर दिल्ली पहुंच कर डेरा डाल दिया है।
सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी के सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दीपनारायण यादव, अजय सूद और जिलाध्यक्ष चौधरी वाहिद अली सहित करीब 15 सदस्यीय दल बीते चार दिन से लखनऊ और दिल्ली में हैं। प्रदेशाध्यक्ष गौरीसिंह पर मनमानी के आरोप लगाते और करीब चार सौ सपाईयों के बयान वाली सीडी सहित पहले सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से लखनऊ में मुलाकात की गई और फिर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक संदेश भिजवाया गया।
इसके बाद भी कोई हल नहीं निकल सका तो विवाद को सुलझाने के लिए सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव तक मसला पहुंचा। ऐसे में सपा नेताओं की टीम दिल्ली में डेरा डाले है, ताकि विधानसभा प्रत्याशियों की सूची को निरस्त करवाया जा सके। इस घटनाक्रम में उप्र के सर्वाधिक ताकतवर मंत्री मोहम्मद आजम खान की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण बताई जा रही है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दोनों ही पक्ष खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।