सीहोर। सीहोर के जिलाप्रशासन ने शराब की बिक्री बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा राजस्व कमाने का नायाब तरीका खोज निकाला है। उसने यहां गर्ल्स हॉस्टल के पास मौजूद खेल के मैदान को ओपर बीयरबार की तरह यूज करने की की मौन सहमति दे रखी है।
अब इस मैदान में दिनभर खिलाड़ी खेलते हैं और रात को जब वो खाली हो जाता है तो शराबियों के काम आता है। शराबी पूरे मैदान में जहां जाएं अपनी महफिल जमा सकते हैं। पुलिस और प्रशासन की ओर से मौन सहमति है इसलिए किसी कार्रवाई का खतरा भी नहीं है। खुले आसमान के नीचे शराब पीने का आनंद ही कुछ और होता है और फिर जब पास में गर्ल्स हॉस्टल भी हो तो बिक्री 4 गुना बढ़ जाती है।
सीहोर शहर में भी जब से इस मैदान को बीयरबार की तरह यूज करने की परमिशन दी गई है शराब की बिक्री में 38 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है। चाहें तो आबकारी अधिकारी से पूछ लें।
लेकिन खिलाड़ी नाराज हैं, क्योंकि शराबी जब वापस जाते हैं तो अपना कचरा अपने साथ नहीं ले जाते, आबकारी विभाग वाले सफाई करवा नहीं सकते और नगरपालिका वाले तो अपने ही आफिस की सफाई नहीं करते।
सीहोर के जागरुक नागरिक चिंतित हैं कि पास में गर्ल्स हॉस्टल है, कहीं काई ऐसा वैसा ना हो जाए, लेकिन अफसर निश्चिंत है, क्योंकि उन्हें मालूम है कि जब दोहरे राजस्व कमाई का प्लान किया जाता है तो थोड़ीबहुत रिस्क तो होती ही है।