कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, भोपाल ने गोद लिया टाइगर

भोपाल: कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, ने जंगल में बांधों की सुरक्षा एवं रक्षा के संघर्ष अभियान के तहत भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क के बाघ टाइगर विवेक को गोद लेने की घोषणा करते हुये गर्व महसूस कर रहा है। सौ वर्ष पूर्व जहां दुनिया में 10,000 से अधिक बाघ हुआ करते थे, वहीं अब मार्च 2010 में केवल 3200 बाघ शेष रह गये हैं। इसे एक गंभीर समस्या के रुप में समझते हुये कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, भोपाल ने यह कदम उठाया है, जिसका उद्देश्य जंगली बाघों एवं उनके पर्यावास की दीर्घकालिंक संरक्षण में अपने योगदान को सुनिश्चित करना है।

वन विहार नेशनल पार्क का बाघ विवेक भारत में चिड़ियाघर संरक्षण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। विवेक 3 वर्ष 6 माह की अवस्था में काजीरंगा नेशनल पार्क असम के निकवटवर्ती स्थल बार्जुरी से वर्ष 2011 में वन विहार नेशनल पार्क लाया गया था। स्थानीय शिकारियों ने इसके परिवार को मारने के लिये जहर का इस्तेमाल किया, जिसके कारण विवेक की मां और उसके भाई घटना-स्थल पर ही मर गये। विवेक को स्थानीय टी गार्डेन के श्रमिकों ने बचाया और उसे वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट आॅफ इंडिया नामक एनजीओ को सुपुर्द कर दिया। इसने वहां पर 3 वर्ष बिताया और इसके बाद सेंट्रल जू अथॉरिटी के आदेश पर वन विहार नेशनल पार्क भेज दिया गया। विवेक वन विहार नेशनल पार्क, भोपाल में आने वाले प्रत्येक आगंतुक के आकर्षण का केंद्र है। कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, भोपाल में टाइगर रिजर्व के निकट स्थित है।

इस अग्रगण्य पहल पर टिप्पणी करते हुये एल्टन हर्टिस, महा प्रबंधक, कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, भोपाल ने कहा, ‘‘कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट के अन्तर्गत हम अपने सत्कार से संबंधित नियमित कर्तव्यों का निर्वहन करने के अतिरिक्त उस समाज@समुदाय के सरोकारों में भी संलग्न होने का प्रयास करते हैं, जिसमें हम रहते हैं। यह पहल हमारे हृदय के बहुत करीब है, क्योंकि मैं इस सरोकार से काफी मनोवेग से जुड़ा हूं।

हमें आशा है कि विवेक को गोद लेने के छोटे से तरीके से हम इस प्रजाति के विलुप्त होने की गंभीर समस्या के समाधान में अपनी लघुतर भूमिका सुनिश्चित कर सकेंगे। इस अंगीकरण के साथ कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट, भोपाल बाघ संरक्षण के क्षेत्र में सरकारो एवं संगठनो के साथ व्यावहारिक गठजोड़ की स्थापना एवं अपने बहुमूल्य संसाधनांे के विस्तारीकरण द्वारा धन एकत्रित करते हुये इस उद्देश्य को हासिल करने का इच्छुक है।’’ कोर्टयार्ड बाइ मैरिएट , भोपाल होटल, जो टाइगर रिजर्व के निकट स्थित है, ने टाइगर विवेक को गोद लेते हुये 2 लाख रुपये का चेक प्रदान किया है। वन्य पशुओं को अंगीकृत करने की योजना को उनके संरक्षण एवं लोगों में उनकी सुरक्षा को लेकर बढ़ती संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर शुरु किया गया है।

कोई भी व्यक्ति अथवा संस्थान वन विहार की सूची में प्रदर्शित किसी भी वन्य पशु को मासिक, त्रैमासिक, अर्ध वार्षिक अथवा वार्षिक आधार पर गोद ले सकता है। भोपाल में नवीनतम लॉन्चड इस 4 सितारा होटल ने टाइगर विवेक, जिसे वे प्यार से टाइगर वी (विवेक का लघु रुप), को 1 फरवरी 2013 से 31 जनवरी 2014 तक 1 वर्ष की अवधि के लिये गोद लिया है। इस अवधि के दौरान यह होटल टाइगर वी के खर्च का वहन करेगा, जिसमें इसकी चिकित्सा, भोजन एवं दैनिक खर्चे शामिल हैं, इस वर्ष के दौरान यह होटल विवेक को अगले वर्ष पुनः गोद लेने के लिये पर्याप्त धन एकत्रित करने की दिशा में कार्य करेगा और आने वाले वर्षो में भी वह इस प्रक्रिया को जारी रखेगा।

मैरिएट इंटरनेशनल, इंक, अमेरिका के बैथेस्डा, मैरीलैंड में स्थित दिग्गज लॉजिंग कंपनी है और  74 देषों एवं क्षेत्रों में इसकी 3700 से अधिक प्रॉपर्टीज स्थापित हैं। वित्तीय वर्ष 2011 में कंपनी को 12 बिलियन डॉलर से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ था। कंपनी 18 ब्रांड्स के अंतर्गत होटलों का परिचालन और फ्रेंचाइज करती है तथा वेकेशन ओनरशिप को लाइसेंस प्रदान करती है। मैरिएट इंटरनेशनल द्वारा संचालित तथा फ्रेंचाइजी होटलों में मैरिएट होटल्स एंड रिजॉट्स, द रिट्ज कार्लटन, जे. डब्ल्यू मैरिएट, बुल्गारी,  एडिसन, रेनेसां, ग्लेलॉर्ड होटल्स, आटोग्राफ कलेक्शन, एसी होटल्स बाइ मैरिएट, कोर्टयार्ड, फेयरफील्ड इन एंड सूइट्स, रेसिडेंस इन, टाऊनप्लेस सूइट्स, मैरिएट एक्जीक्यूटिव अपार्टमेंट्स, मैरिएट वेकेशन क्लब, ग्रैंड रेसिडेंसेज बाइ मैरिएट और द रिट्ज-कार्लटन डेस्टिनेशन क्लब शामिल हैं। मुख्यालय में लगभग 300,000 कर्मचारी कार्यरत है, जो प्रॉपर्टीज के प्रबंधन और फ्रेंचाइज का काम करते हैं। मैरिएट को निरंतर शीर्ष नियोक्ता के रूप में पहचान प्रदान किया गया है और इसके विशिष्ट कारोबारी परिचालनों के लिये यह मशहूर है, जिसमें पांच मूलभूत मूल्यों: सबसे पहले लोगों की सेवा, उत्कृष्टता को सम्मान, बदलाव को अपनाना, अखंडता के साथ काम करना और दुनिया को सेवायें प्रदान करना; को शामिल किया गया है।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!