2013: धोखेबाज बिल्डर्स के कारण हो जाएगा बदनाम: आचार्य अशोक

भोपाल। रियल एस्टेट बाजार के लिए 2013 शुभ लाभकारी नहीं है। इस साल कुछ बिल्डर्स या डवलपर्स कोई घोटाला करेंगे, जो चर्चा का प्रमुख विषय बनेगा और लोगों का विश्वास बिल्डर्स पर कम हो जाएगा। बाजार में मांग कम होगी और सेल्स टारगेट पूरे करने के लिए ग्राहकों के साथ चीटिंग की घटनाएं बढ़ेंगी। यह भविष्यवाणी की है भोपाल के प्रख्यात महाकाल उपासक आचार्य अशोक भारद्वाज ने। 

पं. अशोक भारद्वाज बताते हैं कि वर्तमान समय में शनिदेव शुक्र की राशि तुला में, राहू मंगल की राशि वृश्चिक में, शुक्र अपने शत्रु बृहस्पति की राशि धनु में बुध के साथ और बृहस्पति अपने शत्रु शुक्र की राशि वृषभ में शत्रु केतु के साथ आसीन है। यह ग्रह स्थिति रियल एस्टेट मार्केट के लिए अनेकों संकेत अपने गर्भ में छिपाए हुए है।

भूमि और संपत्ति के स्वामी भूमि पुत्र भौम यानि श्री मंगल देव हैं, जो अपने शत्रु शनिदेव के घर मकर में विराजमान हैं। उनके साथ शनि के शत्रु सूर्य की उपस्थिति बेहद शुभ नहीं है। साथ ही मंगल के घर में कुटिल बुद्धि के स्वामी राहू की मौजूदगी प्रॉपर्टी के कारोबार में किसी बड़े जोड़-तोड़, स्कैम या किसी खुराफात के संकेत हैं। यानी प्रॉपर्टी खरीदते वक्त बेहद सतर्क रहना आवश्यक है वरना खरीददार को बड़ा धोखा हो सकता है। उसे न माया मिलेगी न राम।

ऐश्वर्य के मालिक शुक्र की राशि तुला में शनि की उपस्थिति बड़े जोड़-तोड़ वाले व्यापारियों, दलालों और बिल्डरों पर दबाव का संकेत है। जहां प्रॉपर्टी की नकली कीमतों में क्षणिक वृद्धि हो सकती है, वहीं बिल्डरों पर कर्ज का बोझ और कानूनी मुसीबत का स्पष्ट योग बन रहा है। अतः निर्माणाधीन प्रॉजेक्ट्स में निवेश बेहद जोखिम भरा नजर आ रहा है। 

2014 के मध्य में जब शनिदेव भूमि व भवन के स्वामी मंगल की राशि वृश्चिक में पहुंचेंगे, प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी पराभव व नाटकीय उठापटक के योग निर्मित हो रहे हैं। जहां रियल एस्टेट के शेयर नए-नए 'बॉटम' बनाएंगे, वहीं प्रॉपर्टी की कीमतें जमींदोज होती दिखाई देंगी।

उसके बाद के ढाई साल बिल्डरों और डेवलपरों के लिए बेहद कठिन दास्तां लिखेंगे। लोभ में आकर ऊंचे भावों में अतिरिक्त संपत्ति खरीदने वालों यानी निवेशकों को वृश्चिक का शनि डराएगा। लेकिन तब असली खरीददारों के होठों पर कुछ मुस्कान अवश्य आएगी।


आचार्य अशोक से संपर्क करने के लिए डायल करें 9893250809

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