भोपाल। मध्यप्रदेश में राजनैतिक सरपरस्ती के चलते मनमानी करने वाले अधिकारियों की कमी नहीं है। सीहोर के सहायक संचालक उद्यान भी इन्हीं में से एक हैं। हालात यह हैं कि वो न तो सीईओ को कुछ समझते हैं और न ही कलेक्टर को। मौखिक चेतावनियां भी उन्हें मनमानी से रोक नहीं पाईं। अंतत: कमिश्नर भोपाल को कारण बताओ नोटिस जारी करना पड़ा।
कमिश्नर भोपाल संभाग प्रवीण गर्ग ने कर्तव्य निर्वहन में उदासीनता एवं लापरवाही बरतने के चलते सीहोर में पदस्थ सहायक संचालक उद्यान से जवाब तलब किया है ।
इस सिलसिले में जारी कारण बताओ नोटिस में उन कारणों का उल्लेख भी किया गया है जिनके चलते सहायक संचालक उद्यान एन.एस.तोमर से जवाब तलब किया गया। नोटिस में बताया गया है कि कलेक्टर द्वारा साफ आदेश दिए जाने के बावजूद सहायक संचालक ने नस्तियां मुख्य कार्यपालन अधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत नहीं की । इसी तरह गंभीर शिकायतों के निराकरण में मुख्य कार्यपालन अधिकारी को अपेक्षित सहयोग नहीं दिया। कार्यालय पहुंचे जांच दल को वांछित अभिलेख भी उपलब्ध नहीं कराया।
कमिश्नर ने इन सब कारणों के चलते सहायक संचालक उद्यान एन.एस.तोमर से जवाब तलब करते हुए 15 दिवस में जवाब प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं । कारण बताओ नोटिस में साफतौर से कहा गया है कि निर्धारित समय सीमा में उत्तर प्रस्तुत नहीं करने पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा में निहित प्रावधानों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी ।