
आंदोलनकारी सौरभ नायक ने बताया कि जेल से रिहा होने के बाद आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहीं पूर्व विधायक सरोज बच्चन नायक अपने साथियों के साथ आंदोलनस्थल पर नई रणनीति बना रहीं थीं। इस मीटिंग के बाद वे अपने साथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी लेने पुलिस थाना बरही पहुंची। उनके साथ करीब 40 कार्यकर्ता भी थे।
पुलिस थाने में टीआई एनपी पाण्डेय एवं करीब 25 पुलिसकर्मी भी मौजूद थे एवं मृतका पुनिया बाई के पति छट्टा यादव के बयान चल रहे थे। इसी बीच अपने समर्थकों के साथ पहुंची श्रीमती सरोज बच्चन को देखते ही माहौल बदल गया और कुछ ही देर बार टीआई व सरोज बच्चन के बीच विवाद हो गया।
इस विवाद के दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने श्रीमती सरोज बच्चन एवं उनके सभी समर्थकों को वहां से खदेड़ डाला। श्री सौरभ ने बताया कि पुलिसवालों ने लाठीचार्ज किया एवं उनके वाहन भी तोड़ दिए।
इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो पाई है। पुलिस अधीक्षक सहित टीआई स्तर तक सभी अधिकारियों के फोन लगातार व्यस्त थे। पुलिस के पक्ष की प्रतीक्षा है।