भोपाल। गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की महिला नेता रहीं मप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने देश में चल रही 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' पर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पकौड़े बनाकार भी अपना कैरियर बनाया जा सकता है। छिंदवाड़ा में गोंडवाना सभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची राज्यपाल ने कहा कि पकौड़े बनाकर अपना कैरियर बनाया जा सकता है क्योंकि पकौड़े से व्यक्ति होटल खोल सकता है।
उन्होने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से संसद में प्रधानमंत्री के समक्ष विपक्ष पकौड़े दिखा रहा था वह गलत था। आनंदी बेन पटेल ने इस दौरान आदिवासियों की समस्याओं को हल करने का आश्वासन भी दिया। उन्होने कहा कि वे राजभवन में एक बैठक बुलाएंगी और जल्दी ही राज्यसरकार के नुमाइंदों के साथ बैठकर इन समस्याओं पर चर्चा करेंगी।
राजनीति में नहीं कूद सकते राज्यपाल
बता दें कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद होता है। इस पद पर बैठा हुआ व्यक्ति किसी पार्टी का नेता नहीं होता। निष्पक्षता एवं तटस्थता की शर्त इस पद के साथ जुड़ी होती है परंतु पिछले कुछ सालों में राज्यपालों ने राजनैतिक बयानबाजियां की हैं। अब आनंदीबेन पटेल का नाम भी इसमें जुड़ गया। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2016 में राज्यपालों को संवैधानिक मर्यादा में रहकर काम करने की सलाह दी थी।